
मॉनसून के दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों में हर दिन जलभराव की खबरें आ रही हैं. जलभराव में जनता के परेशान होने की रोजाना कई तस्वीरें और वीडियो इंटरनेट पर आते हैं. इसी कड़ी में अब एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसे उत्तर प्रदेश के वाराणसी का बताया जा रहा है. तस्वीर में एक सड़क पर जबरजस्त जलभराव देखा जा सकता है जिसके बीचो-बीच आधा डूब चुका एक व्यक्ति छाता लेकर खड़ा हुआ है.
तस्वीर के साथ दिए गए कैप्शन में लिखा गया है, "#यूपी के "स्मार्ट सिटी" #वाराणसी में
अच्छा हुआ ये आदमी घर से #छाता लेकर निकला था। वरना बेचारा भीग जाता". इस कैप्शन के साथ फेसबुक और ट्विटर पर कुछ और लोग भी इस फोटो को शेयर कर चुके हैं. वायरल पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
क्या है सच्चाई?
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत है. ये तस्वीर वाराणसी की नहीं बल्कि त्रिपुरा की राजधानी अगरतला की है जो 2017 में खींची गई थी.
इस तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमें इससे जुड़ी कई खबरें मिलीं जिसमें तस्वीर मौजूद थी. "द अटलांटिक" की एक फोटो स्टोरी में वायरल तस्वीर को देखा जा सकता है. यहां बताया गया है कि इस तस्वीर को 11 अगस्त 2017 को अगरतला में हुई भारी बारिश के दौरान लिया गया था. "गेट्टी इमेजेज" की वेबसाइट पर भी ये फोटो इसी जानकारी के साथ दी गई है. उस साल अगरतला सहित उत्तर-पूर्वी राज्यों में भयंकर बारिश हुई थी और बाढ़ की स्थिति बन गई थी. अगरतला में बारिश से लगभग 20,000 लोग प्रभावित हुए थे.
यहां हमारी पड़ताल में साबित हो जाता है कि 4 साल पुरानी जलभराव की इस तस्वीर का वाराणसी से कोई लेना-देना नहीं है. हालांकि, बारिश के चलते वाराणसी के भी कई इलाकों में हाल-फिलहाल में जलभराव हुआ है और इससे जुड़ी तस्वीरें और वीडियो इंटरनेट पर देखे जा सकते हैं.