उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी की सरकार के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रदेश भर में 22 मार्च से 25 मार्च के बीच बहुउद्देशीय शिविरों का आयोजन किया जा रहा है. ये कार्यक्रम ज्यादा से ज्यादा लोगों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से किये जा रहे हैं.
लेकिन, क्या इस बीच उत्तराखंड के कुछ बीजेपी नेता सरेआम आपस में झगड़ते नजर आए? सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए कुछ लोग ऐसा ही कह रहे हैं.
वीडियो किसी कार्यक्रम का लग रहा है जहां कई लोग मौजूद है. वीडियो में देहरादून के रायपुर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ, और एक अन्य नेता एक-दूसरे पर चिल्लाते हुए दिखाई दे रहे हैं. उमेश पूछते हैं कि इस शख्स को कार्यक्रम में किसने बुलाया. साथ ही, आरोप लगाते हैं कि ये नेता उन्हें अपना विधायक नहीं मानते और उनके लगाए हुए पोस्टर फाड़ देते हैं. कुछ देर तेज आवाज में बहस करने के बाद उमेश कार्यक्रम छोड़ कर जाने की धमकी देते हुए वहां से जाने लगते हैं.
इस वीडियो को हाल-फिलहाल का बताते हुए लोग उत्तराखंड में बीजेपी नेताओं के बीच फूट पड़ने का दावा कर रहे हैं.
फेसबुक पर ये वीडियो शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “भाजपा उत्तराखंड तीन साल कार्यकाल पूरा होने पर पूरे प्रदेश में कार्यक्रम की योजना बना रही है लेकिन भाजपा के अंदर कुछ भी ठीक नहीं हैं. ये हैं रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ, जो कैबिनेट मंत्री श्री धन सिंह रावत जी के सामने इस प्रकार से वार्तालाप कर रहे हैं. औकात में रहो अपनी. जो भाजपा नेता मोदी जी के नाम पर मलाई खा रहे थे अब आपस में लड़ने लगे हैं और भाजपा की अंतर्कलह सामने आने लगी है.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो सितंबर 2021 का है, जब देहरादून के रायपुर के विधायक उमेश शर्मा काऊ की एक सरकारी कॉलेज के कार्यक्रम में आए एक बीजेपी कार्यकर्ता से बहस हो गई थी.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इस घटना से जुड़ी एक न्यूज रिपोर्ट मिली. इसके मुताबिक ये घटना 4 सितंबर, 2021 की है. दरअसल, देहरादून के रायपुर के एक डिग्री कॉलेज में एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ था, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी आए थे. लेकिन, धामी के पहुंचने से कुछ समय पहले ही बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ का पार्टी के एक अन्य कार्यकर्ता से झगड़ा हो गया. उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे.
खबरों के मुताबिक ये घटना रायपुर के एक सरकारी कॉलेज में बनाई गई नई इमारत के लोकार्पण के दौरान हुई थी. तभी, कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे वीर सिंह नाम के एक कार्यकर्ता से उमेश की बहस हो गई. वीर सिंह एक जिला पंचायत सदस्य हैं.
हमें सीएम पुष्कर सिंह धामी के फेसबुक अकाउंट पर इस कार्यक्रम की कुछ तस्वीरें भी मिलीं, जिन्हें 4 सितंबर, 2021 को शेयर किया गया था.
बता दें कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 से कुछ महीने पहले हुई इस घटना पर उस वक्त काफी चर्चा हुई थी. मामले की जांच के लिए प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी का गठन किया गया था. उमेश शर्मा ने दिल्ली जाकर केन्द्रीय नेताओं से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा था. दूसरी ओर, बीजेपी कार्यकर्ता वीर सिंह समेत कई नेताओं ने उमेश के खिलाफ लिखित शिकायत करते हुए उन्हें आगामी चुनाव में टिकट न देने की मांग की थी. लेकिन, उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में रायपुर सीट से एक बार फिर उमेश शर्मा काऊ ने चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी.
हाल ही में, 12 मार्च को विधायक उमेश शर्मा ने केन्द्रीय मंत्री धन सिंह रावत के साथ एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था.
साफ है, बीजेपी नेताओं के बीच झगड़े के चार साल पुराने वीडियो को हाल ही का बताते हुए भ्रम फैलाया जा रहा है.