इस साल 5 अगस्त को भारत के राष्ट्रपति ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म करते हुए राज्य को दो भागों में बांटने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी. इस आदेश के बाद जम्मू-कश्मीर राज्य, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर नाम के दो केंद्रशासित प्रदेशों में तब्दील हो गया.
सर्वे जनरल ऑफ इंडिया की ओर से 31 अक्टूबर को इस बंटवारे के अनुरूप भारत का नया नक्शा जारी किया गया. तबसे ही सोशल मीडिया पर जम्मू-कश्मीर के बंटवारे को दर्शाते हुए भारत का एक दूसरा नक्शा भी वायरल है.
फेसबुक यूजर विश्व मोहन ने भारत का एक नक्शा शेयर करते हुए दावा किया कि “नये भारत का नया मानचित्र जो एक भारत श्रेष्ठ भारत की झलक है ,”. इस नक्शे में दिख रहा है कि जम्मू-कश्मीर राज्य को लगभग बराबर-बराबर दो हिस्सों में बांट दिया गया है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि सरकार की ओर से जो मानचित्र/नक्शा जारी किया गया है, वह वायरल हो रहे नक्शे से एकदम अलग है. असली नक्शे में, बंटवारे के बाद जो दो केंद्र शासित प्रदेश अस्तित्व में आए हैं, इनमें से लद्दाख, जम्मू-कश्मीर से बड़ा है.
वायरल हो रहे नक्शे में इसके कॉपीराइट के बारे में भी लिखा है कि ‘कॉपीराइट 2019 www.mapsofindia.com’. इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.कई फेसबुक यूजर्स ने इस गलत नक्शे को इसी दावे के साथ पोस्ट किया है.
AFWA की पड़ताल
AFWA ने पाया कि वायरल हो रहा नक्शा ‘Maps of India ’ वेबसाइट पर मौजूद है. इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है. वेबसाइट पर नक्शे के ठीक ऊपर स्पष्ट रूप से लिखा गया है, “हम सरकार की ओर से नोटिफिकेशन और सरकारी वेबसाइट पर नक्शे में बदलाव का इंतजार कर रहे हैं. यह बाउंड्री उदाहरण के लिए किया गया चित्रण है. भारत सरकार का आधिकारिक मानचित्र देखें.”
AFWA ने भारत के ताजा नक्शे के लिए इंटरनेट पर सर्च किया तो पाया कि केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने हाल ही में एक तस्वीर ट्वीट है, जिसमें भारत का नया आधिकारिक नक्शा देखा जा सकता है. जितेंद्र सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा, “जम्मू & कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों का नया नक्शा, जो 31 अक्टूबर, 2019 से अस्तित्व में है.”
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया और लाइव मिंट की खबरों से भी पता चलता है कि भारत का नया नक्शा, वायरल हो रहे नक्शे से बहुत अलग है.
इस तरह स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर भारत का जो नक्शा तमाम यूजर शेयर कर रहे हैं, वह भारत का आधिकारिक नक्शा नहीं है. वायरल हो रहा नक्शा सिर्फ एक काल्पनिक चित्रण है.