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फैक्ट चेक: न्यूजीलैंड नहीं, केरल की है पंगत में खाना खाने बैठे लोगों की ये तस्वीर

इस बीच न्यूजीलैंड में भारतीय संस्कृति के प्रभाव को दर्शाने के लिए एक पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर हो रही है. केले के पत्ते पर खाना खाने के लिए पंगत में बैठे लोगों की इस तस्वीर के साथ कहा जा रहा है कि यह नजारा न्यूजीलैंड का है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
केले के पत्ते पर खाना खाने के लिए पंगत में बैठे लोगों की ये तस्वीर न्यूजीलैंड की है.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
यह तस्वीर केरल स्थित ‘सिवानंद योग वेदांत धनवंतरि आश्रम’ की है और इसका न्यूजीलैंड से कोई लेना-देना नहीं है.

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न्यूजीलैंड में आम चुनाव होने वाले हैं. चुनावी सरगर्मियों के बीच वहां की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न पिछले दिनों राधा-कृष्ण मंदिर गई थीं. सोशल मीडिया के गलियारों में इस पर काफी चर्चा हुई थी.

इस बीच न्यूजीलैंड में भारतीय संस्कृति के प्रभाव को दर्शाने के लिए एक पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर हो रही है. केले के पत्ते पर खाना खाने के लिए पंगत में बैठे लोगों की इस तस्वीर के साथ कहा जा रहा है कि यह नजारा न्यूजीलैंड का है. यह दावा करने वाली फेसबुक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि यह दावा गलत है. वायरल तस्वीर केरल के एक योग आश्रम की है. वायरल फोटो के साथ कैप्शन है, “न्यूजीलैंड में भारतीय संस्कृति की महिमा!”

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पोस्ट के नीचे लोग “न्यूजीलैंड के लोगों का धन्यवाद” और “हमें हिंदू होने पर गर्व है!” जैसे कमेंट कर रहे हैं.

फेसबुक के अलावा इंस्टाग्राम पर भी ये पोस्ट वायरल है.

दावे की पड़ताल

इस दावे से जुड़ी एक पोस्ट के नीचे न्यूजीलैंड के एक निवासी ने कमेंट किया है, “क्या यह न्यूजीलैंड का दृश्य है? इन्हें इतने केले के पत्ते कैसे मिले? यहां केले के पेड़ आसानी से नहीं उगते.” कुछ और लोगों ने भी इससे मिलती-जुलती प्रतिक्रियाएं दी हैं.

इस दावे की सच्चाई का पता लगाने के लिए हमने कीवर्ड सर्च किया. हमें एक ट्रैवेल वेबसाइट में पंगत में बैठकर खाना खाते लोगों की एक फोटो मिली. इस फोटो में फ्लोर का डिजाइन, पीले खंबे, खिड़कियां, छत- ये सभी चीजें वायरल फोटो से काफी मिलती हैं. इस लेख में त्रिवेंद्रम, केरल के ‘सिवानंद योग वेदांत धनवंतरि आश्रम’ का नाम लिखा है.

fact-check-1_082120101655.jpgखाना खाते लोग

हमने इस आश्रम की वेबसाइट में दिए गए नंबर पर संपर्क किया तो आश्रम के अधिकारियों ने बताया कि यह तस्वीर उनके केरल स्थित आश्रम की है. इस आश्रम की कुछ तस्वीरें यहां और यहां भी देखी जा सकती हैं. ‘फैक्टली’ वेबसाइट भी इस दावे का खंडन कर चुकी है.

कुल मिलाकर यह साफ है कि वायरल फोटो न्यूजीलैंड के केरल स्थित ‘सिवानंद योग वेदांत धनवंतरि आश्रम’ की है और न्यूजीलैंड से इसका कोई लेना-देना नहीं है.

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