दिल्ली के शाहीन बाग में करीब दो महीने से नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के विरोध में प्रदर्शन चल रहा है. इस दौरान सोशल मीडिया पर इस प्रदर्शन से जुड़े तमाम फोटो और वीडियो वायरल होते रहे हैं.
हाल ही में एक और तस्वीर वायरल हुई, जिसमें सिख समुदाय के लोग रंग-बिरंगी पगड़ियां बांधे नजर आ रहे हैं. फेसबुक यूजर Dinesh G Gopalan ने गुरुवार को इसे शेयर करते हुए दावा किया कि यह शाहीन बाग की तस्वीर है. हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी पोस्ट से कैप्शन हटा दिया. इसी तरह अन्य तमाम यूजर्स ने भी इस तस्वीर को इसी तरह के दावे के साथ शेयर किया.
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुड के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने अपनी पड़ताल में पाया कि तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत है. यह तस्वीर करीब तीन साल पुरानी है और यह शाहीन बाग की नहीं, बल्कि पंजाब के बठिंडा की है.
ट्विटर पर भी कई यूजर्स ने इस तस्वीर को शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन से जोड़कर ट्वीट किया है. गलत दावे के साथ इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर सैकड़ों लोगों ने शेयर किया है.
अपने सिख भाइयों के लिए आज सिर्फ एक ही चीज है हमारे पास देने के लिए सैलूट और शेयर#JusticeForKafeelKhan #ShaheenBaghProtests #CAA_NRCProtests pic.twitter.com/IgdA2xD2uM
— Mohammad Sami (@Mohamma60366517) February 5, 2020
कुछ कीवर्ड्स और रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमने पाया कि फेसबुक यूजर Gursewak Singh Bhana ने यह तस्वीर 20 मई, 2017 को पंजाबी में कैप्शन के साथ शेयर की थी. हमें गुरसेवक की फेसबुक प्रोफाइल से उनका संपर्क नंबर मिल गया. जब हमने Gursewak से वायरल तस्वीर के बारे में बात की तो उन्होंने बताया कि यह तस्वीर तीन साल पहले बठिंडा में पगड़ी बांधने की प्रतियोगिता- ‘दस्तार’ के दौरान खींची गई थी. गुरसेवक ने बताया कि यह प्रतियोगिता उन्होंने मई 2017 में आयोजित की थी और वायरल तस्वीर में वे खुद भी मौजूद हैं.
गुरसेवक ने हमें अपनी एक तस्वीर भेजी जो हाल फिलहाल में खींची गई है.
इस तरह पड़ताल में साफ हुआ कि रंग-बिरंगी पगड़ी बांधे सिखों की वायरल हो रही तस्वीर पंजाब की है और इसका शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन से कोई लेना-देना नहीं है.
हालांकि, पंजाब से सिख किसानों का एक जत्था 5 फरवरी को शाहीन बाग के प्रदर्शन में शामिल हुआ है.