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अमेरिकी राष्ट्रपति निर्वाचित जो बाइडेन ने अपने प्रशासन के लिए जमीनी काम शुरू कर दिया है, हालांकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हार मानने से इनकार किया है. बाइडेन ने 11 नवंबर को अपने प्रशासन के लिए अहम नियुक्ति की. उन्होंने अपने लंबे समय के सलाहकार रॉन क्लैन को अपना व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ नियुक्त किया.
इस बीच, बाइडेन और उनकी पत्नी जिल बाइडेन के साथ भारतीय मूल के एक व्यक्ति की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है. कहा जा रहा है कि अहमद खान नाम के शख्स को राष्ट्रपति निर्वाचित का राजनीतिक सलाहकार नियुक्त किया गया है.
ऐसी ही एक पोस्ट में लिखा गया है “#Bignews अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारतीय मूल के अहमद खान को अपना राजनीतिक सलाहकार नियुक्त किया है. यह ध्यान देने योग्य है कि अहमद खान भारतीय है और मूल रूप से हैदराबाद के हैं. इसे बिना भेदभाव वाली राजनीति कहा जाता है.”
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने अपनी पड़ताल में इस दावे को भ्रामक पाया है. हालांकि वायरल फोटो में दिख रहे शख्स भारतीय मूल के अहमद खान ही हैं. अहमद खान ने AFWA से पुष्टि करते हुए कहा कि 13 नवंबर तक उन्हें बाइडेन का राजनीतिक सलाहकार नियुक्त नहीं किया गया.
इसी तरह के दावे फेसबुक पर भी वायरल हुए हैं,
ऐसी ही पोस्ट्स को यहां और यहां आर्काइव्ड देखा जा सकता है.
AFWA जांच
एक रिवर्स इमेज सर्च के दौरान, हमने पाया कि ऐसी ही तस्वीरों को 2015 में कई मीडिया रिपोर्ट्स में इस्तेमाल किया गया था. इन रिपोर्ट्स के मुताबिक तस्वीर में दिख रहे शख्स अहमद खान हैं, जो कि ‘ड्राफ्ट बाइडेन 2016’ के डिप्टी एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर थे. ‘ड्राफ्ट बाइडेन 2016’ एक राजनीतिक एक्शन कमेटी थी, जिसे 2016 में राष्ट्रपति पद की दौड़ के लिए बाइडेन से आग्रह करने के लिए बनाया गया था.
हमें द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट भी मिली. इस रिपोर्ट से भी अहमद खान के ड्राफ्ट बाइडेन 2016 का हिस्सा होने की पुष्टि हुई.
हमने अहमद खान की 10 नंवबर की पोस्ट को खोजा, जिसमें बाइडेन को उनकी चुनावी जीत पर बधाई दी गई. वायरल पोस्ट्स में देखी गई समान तस्वीरों को साझा करते हुए खान ने लिखा कि ये तस्वीरें तब ली गई थीं जब उन्हें और ड्राफ्ट बाइडेन 2016 कमेटी के अन्य सदस्यों को वाशिंगटन डी.सी. में नेवल ऑब्जर्वेटरी में बाइडेन के तत्कालीन निवास पर आमंत्रित किया गया था.
हालांकि, पोस्ट में, खान ने हाल ही में बाइडेन की ओर से उन्हें नियुक्त किए जाने जैसा कोई उल्लेख नहीं किया.
खान की ओर से अपने फेसबुक और ट्विटर अकाउंट्स पर डाली गईं पोस्ट्स से हम यह पुष्टि करने में सक्षम हुए कि ये वहीं शख्स हैं जिन्हें वायरल तस्वीरों में देखा गया.
हमने खान की ओर से 2015 अकाउंट की पोस्ट्स में भी इन तस्वीरों को साझा देखा.
इस प्रकरण पर पूरी तरह स्थिति स्पष्ट करने के लिए AFWA ने खान से संपर्क किया. उन्होंने हमसे पुष्टि करते हुए कहा कि उन्हें बाइडेन के कार्यालय से ऐसा कोई संदेश नहीं मिला है और वायरल दावा गलत है.
खान ने कहा, “वायरल दावा झूठा है. मुझे राजनीतिक सलाहकार के रूप में नियुक्त नहीं किया गया है. यह कुछ ऐसा है, जिसका अगर मेरी योग्यता से मैच हुआ तो मैं आगे बढ़ाने की कोशिश कर सकता हूं. लेकिन अभी तक किसी ने बाइडेन के कार्यालय से मुझसे संपर्क नहीं किया है. मैंने असल में 2015 में एक अमेरिकी राजनीतिक एक्शन कमेटी के लिए डिप्टी एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर के रूप में काम किया, जिसे "ड्राफ्ट बाइडेन 2016" के रूप में जाना जाता है. उस कमेटी ने तत्कालीन अमेरिकी उपराष्ट्रपति बाइडेन की राष्ट्रपति पद के लिए संभावित उम्मीदवारी के लिए फाउंडेशन और इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर फोकस किया था.”
खान ने कहा, "तस्वीरें वाशिंगटन डीसी में यूएस नेवल ऑब्जर्वेटरी में उनके (बाइडेन) के तत्कालीन निवास पर आयोजित हुए स्पेशल रिसेप्शन से हैं, जो ड्राफ्ट बाइडेन टीम की कोशिशों के सम्मान में हुआ था.
शिकागो के रहने वाले खान एक यूनिवर्सिटी के ग्लोबल अफेयर्स डिपार्टमेंट में फिलहाल कार्यरत हैं. वह वे इलिनॉयस राज्य के सीनेटर राम विल्लीवालम की "मल्टीकल्चरल एडवाइजरी कमेटी" में भी सलाहकार की हैसियत से काम करते हैं.
हालांकि बाइडेन की ओर से अपने नए प्रशासन के लिए नियुक्तियों में कुछ भारतीय मूल के लोगों के नाम हैं जो उनके कोविड-19 एडवाइजरी बोर्ड में नियुक्त हैं. इनमें डॉक्टर विवेक मूर्ति शामिल हैं जिन्हें बोर्ड के तीन सह-अध्यक्षों में से एक नामित किया गया है. हालांकि, हमें बाइडेन की ट्रांजिशन टीम में राजनीतिक सलाहकार के तौर नियुक्ति के तौर पर किसी अहमद खान का नाम नहीं मिला.
इसलिए, यह साफ है कि भारतीय मूल के शख्स अहमद खान के बारे में राष्ट्रपति-निर्वाचित बाइडेन के राजनीतिक सलाहकार के रूप में नियुक्त होने के संबंध में जो दावा किया जा रहा है वो गलत है. 13 नवंबर, 2020 तक, खान को बाइडेन के कार्यालय से ऐसा कोई नियुक्ति आदेश नहीं मिला है.