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फैक्ट चेक: योगी आदित्यनाथ की बंगाल रैली में भीड़ जुटाने के लिए बांटे गए पैसे? भ्रामक है वायरल पोस्ट

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2 मार्च को पश्चिम बंगाल के मालदा में चुनावी रैली की. अब इसी के मद्देनजर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में योगी आदित्यनाथ की रैली में भीड़ जुटाने के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं को पैसे बांटने पड़े.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
पश्चिम बंगाल में योगी आदित्यनाथ की रैली में भीड़ जुटाने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को पैसे बांटने पड़े.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
वायरल वीडियो 2019 का और झारखंड के धनबाद का है. इसका योगी आदित्यनाथ की पश्चि‍म बंगाल रैली से कोई संबंध नहीं है.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2 मार्च को पश्चिम बंगाल के मालदा में चुनावी रैली की. अब इसी के मद्देनजर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में योगी आदित्यनाथ की रैली में भीड़ जुटाने के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं को पैसे बांटने पड़े. वीडियो में मोटरसाइकिल पर कुछ लोग कतार में निकलते दिख रहे हैं, जबकि वहां मौजूद कुछ आदमी हर बाइक वाले को एक लिफाफा देते नजर आ रहे हैं. वीडियो में बीजेपी का झंडा लगा भी देखा जा सकता है.

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इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. ये वीडियो 2019 का और झारखंड के धनबाद का है.

इस वीडियो को पोस्ट करते हुए एक फेसबुक यूजर ने कैप्शन में लिखा है, "पश्चिम बंगाल में योगी की रैली में भीड़ जुटाने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने देर रात बाटें पैसे असली चेहरा भाजपा का बंगाल की जनता देख रही है!! बंगाल में भाजपा का सूपड़ा साफ होगा". ट्विटर पर भी लोग इस वीडियो को पश्चिम बंगाल का बताकर शेयर कर रहे हैं. पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.

AFWA की पड़ताल?

वीडियो को ध्यान से देखने पर हमें एक व्यक्ति की टी-शर्ट के पीछे "अबकी बार 65 पार" लिखा नजर आया. इस नारे को इंटरनेट पर खोजने से पता चला कि 2019 में हुए झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान ये नारा बीजेपी ने दिया था.

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कुछ कीवर्ड की मदद से सामने आया कि अक्टूबर 2019 में इस वीडियो को कई यूजर्स ने फेसबुक पर डाला था. "Ranchi Live" नाम के एक फेसबुक पेज ने ये वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था कि झारखंड मुख्यमंत्री (पूर्व) रघुवर दास की धनबाद रैली में भीड़ जुटाने के लिए दो-दो सौ रुपये बांटे गए थे.

ये वीडियो पिछले साल जनवरी में भी गलत दावे के साथ शेयर हुआ था. उस समय कहा गया था कि दिल्ली के शाहीन बाग में विरोध-प्रदर्शन के लिए विपक्षी पार्टियां महिलाओं को 500-500 रुपये बांट रही हैं. इस दावे की पड़ताल के दौरान हमें ये वीडियो 'Newswing' नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला था. यहां पर भी वीडियो को रघुवर दास की धनबाद रैली का बताया गया था.

रघुवर दास की धनबाद में ये रैली 17 अक्टूबर 2019 को हुई थी. लोकल न्यूज वेबसाइट 'Newswing' की खबर के अनुसार, कुछ लोगों ने उनकी टीम को यह जानकारी दी थी कि उन्हें इस रैली में शामिल होने के लिए दो सौ रुपये दिए गए हैं. इसको लेकर हमने न्यूजविंग के रिपोर्टर सच्चि‍दानंद से बात की थी जिन्होंने बताया था कि ये वीडियो रैली खत्म होने के बाद का था, जब रैली में शामिल हुए लोगों को कथित रूप से पैसे दिए गए थे.

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हालांकि, ‘आजतक’ इस बात की पुष्टि नहीं करता कि इस रैली के लिए लोगों को पैसे दिए गए थे या नहीं. लेकिन यहां ये बात स्पष्ट हो जाती है कि वीडियो एक साल से ज्यादा पुराना है और झारखंड का है. इसका योगी आदित्यनाथ की पश्चिम बंगाल में हुई रैली से कोई लेना-देना नहीं है.

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