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फैक्ट चेक: वायरल गाना लता मंगेशकर की आखिरी रिकॉर्डिंग नहीं है

सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में ये दावा किया जा रहा है कि 90 साल की होने के बाद लता मंगेशकर ने अपना आखिरी गाना रिकॉर्ड करने का फैसला किया है. इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने की इस वायरल पोस्ट की पड़ताल.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
लता मंगेशकर ने रिटायर होने का फैसला किया है और यह उनकी ​आखिरी रिकॉर्डिंग है.
फेसबुक पेज  'Tshering Wangdi Lepcha'
सच्चाई
यह लता मंगेशकर की आखिरी रिकॉर्डिंग नहीं है. उन्होंने अब तक इस बात से इनकार किया है कि वे रिटायरमेंट के बारे में सोच रही हैं.

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हिंदुस्तान की स्वर-कोकिला लता मंगेशकर क्या रिटायर हो रही हैं? क्या उन्होंने अब गाने की रिकॉर्डिंग बंद करने का फैसला किया है? फेसबुक पर शेरिंग वांगड़ी लेपचा (Tshering Wangdi Lepcha) नाम के एक यूजर ने पोस्ट डालकर दावा किया है कि 90 साल की होने के बाद लता मंगेशकर ने अपना आखिरी गाना रिकॉर्ड करने का फैसला किया है. अब इसके बाद वे अपनी आवाज में कुछ भी ​रिकॉर्ड नहीं करवाएंगी.

यूजर ने इस पोस्ट में लता मंगेशकर की ही आवाज में एक मराठी गाना भी पोस्ट किया है. गाने के बोल हैं 'आता विसाव्याचे क्षण...' जिसका मतलब है कि 'अब यह आराम करने का वक्त है'. पोस्ट में इसे लता जी का अंतिम गाना बताया गया है. फेसबुक यूजर्स ने इस पर विश्वास भी कर लिया, मसलन यह वास्तव में लता मंगेशकर का आखिरी गाना हो और लोगों ने इसे भावुक टिप्पणियों के साथ खूब फैलाया भी.

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इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने अपनी जांच में पाया कि यह दावा कतई गलत है. जिस गाने के बारे में यह दावा किया गया है ​वह करीब पांच साल पुराना है. 90 साल की होने जा रहीं लता मंगेशकर ने कभी नहीं कहा कि यह उनकी आखिरी रिकॉर्डिंग है और अब वे रिटायर होने जा रही हैं. एक इंटरव्यू में उन्होंने यह जरूर कहा कि वे अपनी आखिरी सांस तक गाना चाहती हैं.

लता मंगेशकर की आखिरी रिकॉर्डिंग वाली यह फेसबुक पोस्ट (https://www.facebook.com/tsheringwangdi.lepcha.1/posts/1030639660471911) जंगल में आग की तरह फैल गई. शेरिंग वांगड़ी लेपचा के अकाउंट से यह पोस्ट 16 दिसंबर, 2018 को डाली गई. तब से इस पोस्ट को 1 लाख, 40 हजार से ज्यादा लोगों ने शेयर किया है. 

शेरिंग वांगड़ी लेपचा सिक्किम के नेता हैं. इस पोस्ट का आर्काइव वर्जन आप यहां देख सकते हैं.

लता मंगेशकर ने पिछले दिसंबर में 'द इंडियन एक्सप्रेस' को दिए एक इं​टरव्यू में सोशल मीडिया पर फैली इस अफवाह का खंडन किया था कि वे रिटायर हो रही हैं. उन्होंने कहा कि वे अपनी अंतिम सांस तक गाना चाहती हैं. सुरों की मल्लिका लता मंगेशकर का कहना था कि “मुझे पता चला है कि मेरे एक मराठी गाने 'आता विसाव्याचे क्षण...' को मेरा गाना अंतिम गाना समझा जा रहा है. लेकिन मैंने यह गाना पांच साल पहले गाया था. 2013 में संगीतकार सलिल कुलकर्णी इस गाने के लिए मेरे पास आए थे.”

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सुर साम्राज्ञी लता जी ने उस वक्त अपने चाहने वालों को विश्वास दिलाया था कि उनका फिलहाल रिटायर होने का कोई प्लान नहीं है. लेकिन वे इस बात के लिए जरूर हैरान थीं कि कुछ 'उपद्रवी दिमाग' लोगों ने एक मराठी गाने को उनका आखिरी गाना बता डाला.

लेखक यतींद्र मिश्र ने हिंदी में ​'लता सुर गाथा' नाम से लता मंगेशकर की जीवनी लिखी है, जिसके लिए उन्हें पुरस्कृत भी किया है. यह किताब 2016 में छपी थी. यतींद्र मिश्र ने हमें बताया कि जब भी लता जी से पूछा जाता है कि अगर चुनने का विकल्प हो तो वे 'मोक्ष' और 'संगीत' में से क्या चुनेंगी, तो उनका जवाब होता है 'संगीत'. यतींद्र मिश्रा के मुताबिक, “लता जी हमेशा से कहती हैं कि वे सिंगिंग छोड़ने के बारे में सोच भी नहीं सकतीं. मुझे नहीं लगता कि उन्होंने अभी तक कभी रिटायरमेंट के बारे में सोचा होगा.”

पिछले साल लता मंगेशकर ने 'द इंडियन एक्सप्रेस' से कहा था कि “मैं आज के गानों से खुद का जुड़ाव नहीं महसूस कर पाती हूं. इसलिए गाना कम कर दिया है. लेकिन जहां तक गैर-फिल्मी गानों की बात है तो मैं गाती रहूंगी.”

हमने लता जी के आखिरी एल्बम के बारे में जानने के लिए उनके से​क्रे​टरी से संपर्क किया है. जैसे ही हमें कोई जवाब मिलता है, वैसे ही हम उसे इस लेख में शामिल करेंगे.

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