उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए 24 सितंबर को 'ऑपरेशन दुराचारी' का ऐलान किया. इसके तहत अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि महिलाओं के साथ अपराध करने वालों के पोस्टर चौराहों पर लगाए जाएं.
इस बीच सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडिया वायरल हो रहा है जिसके जरिये दावा किया जा रहा है कि कुछ साल पहले योगी आदित्यनाथ ने मुस्लिम महिलाओं को लेकर एक बेहद आपत्तिजनक बयान दिया था. इस वीडियो में तृणमूल कांग्रेस के सांसद और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी यह कहते हुए दिख रहे हैं कि योगी आदित्यनाथ ने मुस्लिम औरतों को कब्र से उठाकर बलात्कार करने की बात कही थी. कोलकाता के एक कार्यक्रम में अभिषके बनर्जी को यह बोलते हुए सुना जा सकता है कि, “योगी आदित्यनाथ कहता है, मुसलमान औरतों को कब्र से उठा के हम रेप करेंगे.”
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि यह दावा भ्रामक है. मुसलमान महिलाओं को कब्र से निकाल कर उनका बलात्कार करने का बयान योगी आदित्यनाथ ने नहीं बल्कि उनके एक समर्थक ने उत्तर प्रदेश की एक रैली में दिया था.
वीडियो में अभिषेक बनर्जी भाजपा सरकार की आलोचना कर रहे हैं. बीच-बीच में अभिनेत्री स्वरा भास्कर और सामाजिक कार्यकर्ता सुशील पंडित भी नजर आ रहे हैं. वीडियो के ऊपरी और निचले हिस्से पर दो लाल रंग की पट्टियों में लिखा है, “मुख्यमंत्री योगी कह रहा है मुसलमानों की औरतों को कब्र से निकाल कर रेप करेंगे”
अभिषेक बनर्जी ने अपने वेरिफाइड फेसबुक पेज पर भी इस इवेंट में दिए गए इस भाषण का ओरिजिनल वीडियो शेयर किया था. वीडियो को इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है- “बीजेपी भक्त सुशील पंडित को एक युवा ने करारा जवाब दिया!”
योगी आदित्यनाथ के आपत्तिजनक बात कहने के इस दावे को सच मानते हुए एक यूजर ने कमेंट किया, “भाजपा बेहद खतरनाक पार्टी है. सभी मुसलमानों को इसका बहिष्कार करना चाहिए.” एक अन्य यूजर ने लिखा, “किसी राज्य का मुख्यमंत्री ऐसा नफरत फैलाने वाला बयान कैसे दे सकता है?”
खबर लिखे जाने तक फेसबुक पर किए जा रहे इस दावे को तकरीबन 19 हजार लोग शेयर कर चुके थे.
दावे की पड़ताल
कीवर्ड सर्च की मदद से हमें पता लगा कि कई साल पहले उत्तर प्रदेश स्थित सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज कस्बे में ‘हिंदू युवा वाहिनी’ संस्था की ‘विराट हिंदू चेतना रैली’ हुई थी. इस रैली में योगी आदित्यनाथ के एक समर्थक ने मुसलमानों से वोटिंग का अधिकार छीन लेने और उन्हें दोयम दर्जे का नागरिक बना देने जैसी कई भड़काऊ बातें कही थीं.
इसी व्यक्ति ने अपने भाषण के दौरान कहा था, “आज जरूरत इस बात की है कि मुसलमान बहनों और बेटियों को कब्र से निकालो और उनके (...) के साथ बलात्कार करो.” हालांकि वीडियो में एक शब्द स्पष्ट नहीं है, लेकिन वह क्या कहना चाह रहा है, यह साफ समझ में आ रहा है.
एक वेबसाइट के मुताबिक, यह रैली साल 2007 या 2008 में हुई थी. वीडियो में जिस वक्त मुस्लिम महिलाओं को कब्र से निकालकर बलात्कार करने की बात कही जा रही है, उस वक्त कैमरा बोलने वाले के ऊपर नहीं है. इसीलिए यह पक्के तौर पर कह पाना मुश्किल है कि बोलने वाला व्यक्ति कौन है. लेकिन इसी भाषण के दौरान एक ऐसा शॉट दिखता है जिसमें योगी बैठे हुए दिखते हैं, जिससे यह साफ हो जाता है कि वह भाषण नहीं दे रहे हैं. इसके अलावा बोलने वाले की आवाज योगी आदित्यनाथ की आवाज से बिल्कुल भी मेल नहीं खाती है.
यह वीडियो नीचे देखा जा सकता है.
हमें ‘बीबीसी’, ‘द वायर’ और ‘एशियानेटन्यूज’ की रिपोर्ट्स मिलीं जिसमें योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में ‘हिंदू युवा वाहिनी’ कार्यकर्ता के इस बयान का जिक्र है.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह बयान सुनील सिंह ने दिया था जो उस वक्त ‘हिंदू युवा वाहिनी’ के प्रदेश अध्यक्ष थे. वर्तमान में सुनील सिंह समाजवादी पार्टी के नेता हैं. लेकिन जब हमने उनसे पूछा तो उनका कहना था कि यह बयान उन्होंने नहीं बल्कि विष्णु दत्त ओझा ने दिया था जो उस वक्त ‘हिंदू युवा वाहिनी’ के संयोजक थे. साल 2011 में विष्णु दत्त ओझा की हत्या हो गई थी.
हमने सांसद अभिषेक बनर्जी का पक्ष जानने के लिए उनसे संपर्क करने की कोशिश की पर उनसे संपर्क नहीं हो पाया. उनकी तरफ से इस बारे में कोई जवाब आने पर हम उसे खबर में अपडेट कर दिया जाएगा.
यानी यह बात साफ है कि मुस्लिम महिलाओं को कब्र से निकालकर उनका बलात्कार करने की बात योगी आदित्यनाथ के समर्थक ने कही थी, न कि खुद उन्होंने. हालांकि उस वक्त वे मंच पर मौजूद थे.