सांप के प्रिंट वाले स्टॉकिंग्स ( एक किस्म के लंबे मोजे ) पहनने वाली एक फैशनपरस्त महिला की कहानी इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब चटखारे लेकर सुनाई जा रही है. ऐसा कहा जा रहा है कि इस महिला के पति ने गलती से सांप समझ कर उसके पैरों पर हमला कर दिया जिससे वो घायल हो गई.
ऐसा कहते हुए लोग तीन तस्वीरों का एक कोलाज शेयर कर रहे हैं. कोलाज की दो तस्वीरों में बिस्तर पर बैठे किसी शख्स के पैर दिख रहे हैं. इस शख्स ने सांप के प्रिंट वाले स्टॉकिंग्स पहन रखे हैं.
वहीं तीसरी तस्वीर में किसी का चोटिल पैर दिखाई दे रहा है. इसमें पैर पर सफेद पट्टी बंधी हुई है और काफी खून भी बह रहा है. इन तस्वीरों के साथ लिखा है, "सांप के प्रिंट वाली पजामी पहन कर सो रही थी. कंबल से बाहर पैर हो गए तो पति ने सांप समझकर पैर तोड़ दिए. "
ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि ये कहानी पूरी तरह से फर्जी है. इन तस्वीरों का भी इस कहानी से कुछ लेना-देना नहीं है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
हमें ऐसी किसी घटना से जुड़ी रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें सांप समझ कर अपनी पत्नी के पैरों को घायल कर देने वाले किसी शख्स के बारे में बताया गया हो.
इसके बाद हमने सांप के प्रिंट वाले स्टॉकिंग्स पहने हुए शख्स की तस्वीरों को रिवर्स सर्च किया. ऐसा करने पर हमें ये तस्वीरें शॉपिंग पोर्टल Amazon पर मिलीं. यहां पर ये 'स्केयरी थ्री-डी स्नेक स्टॉकिंग्स' के नाम से करीब 1800 रुपये के बिक रहे हैं.
फिर हमने जख्मी पैर वाली फोटो को रिवर्स सर्च किया. ऐसा करने पर हमें ये तस्वीर एक वियतनामी भाषा के ब्लॉग में मिलीं. 17 जनवरी 2016 का ये ब्लॉग पोस्ट किसी सर्जरी इंटर्नशिप के बारे में है. इसमें जख्मी पैर की सर्जरी करने का तरीका बताया गया है.
ब्लॉग में वायरल फोटो के अलावा जख्मी पैर की सर्जरी से पहले और बाद की कुछ और भी तस्वीरें भी मौजूद हैं. इसमें लिखा है कि मरीज 36 वर्ष का एक आदमी था जिसका नाम Nguyen Thanh TU था. साथ ही ये भी बताया गया है कि जब ये हादसा हुआ, तब ये व्यक्ति अपने परिवार का किसी काम में हाथ बंटा रहा था. अचानक उसके बाएं पैर पर एक कटर गिर गया जिससे उसे ये चोट लग गई.
साफ है कि पैर में लगी चोट वाली तस्वीर का सांप के डिजाइन वाले स्टॉकिंग्स की तस्वीरों से कोई लेना-देना नहीं है.
इससे पहले साल 2019 में भी इन्हीं तस्वीरों के साथ ये फर्जी कहानी वायरल हुई थी. तब एएफपी ने इन तस्वीरों की सच्चाई बताई थी.
( रिपोर्ट: संजना सक्सेना )