
सोशल मीडिया पर एक दिल दहला देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में एक आदमी छोटी बच्ची को उसके बालों से खींचकर बेरहमी से पीटता दिख रहा है. दावा किया जा रहा है कि वीडियो में दिख रहा शख्स DPS स्कूल का एक मुस्लिम शिक्षक शकील अहमद अंसारी है.
डेढ़ मिनट के इस वीडियो में आदमी एक बड़े कमरे में बच्ची के बालों को खींचने के अलावा उसके पेट को अपने पैर से बुरी तरह से दबाता भी दिख रहा है. साथ ही, कुछ लोग भी आस-पास खड़े देखे जा सकते हैं, जो बच्ची को पिटते देख रहे हैं.
सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो के साथ दावा कर रहे हैं कि ये घटना "वलसाड के DPS स्कूल राजबाग" की है. यहां ध्यान देने वाली बात है कि वलसाड गुजरात में है और DPS स्कूल राजबाग जम्मू के कठुआ में. वीडियो का कैप्शन ही पोस्ट पर सवाल खड़े करता है.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AWFA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. वीडियो 2018 का है और छत्तीसगढ़ के रायपुर का है, जब एक पादरी ने भूत-प्रेत भगाने के नाम पर इस बच्ची के साथ दरिंदगी की थी.
वीडियो पोस्ट करते हुए एक सोशल मीडिया यूजर ने कैप्शन में लिखा, "वीडियो वलसाड के DPS SCHOOL Rajbagh का टीचर शकील अहमद अंसारी है. इसको इतना पेल दो की टीचर और स्कूल दोनों बन्द हो जाये." इसी गलत दावे के साथ ये वीडियो फेसबुक और ट्विटर पर कई लोग शेयर कर चुके हैं.
हमारी पड़ताल में रिवर्स सर्च और कुछ कीवर्ड्स की मदद से खोजने पर इस घटना के बारे में जानकारी मिली. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये घटना रायपुर में 2018 में हुई थी. वीडियो में दिख रहा शख्स भूत-प्रेत को भगाने के नाम पर एक नाबालिग लड़की को पीट रहा था और उसके प्राइवेट पार्ट पर पैर रख आपत्तिजनक हरकत कर रहा था. रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि वीडियो में दिख रहे लोग लड़की के परिवार वाले हैं.
हरिभूमि की एक खबर के मुताबिक, यह घटना रायपुर के संतोषी नगर में हुई थी, जब पीड़िता के माता-पिता को बच्ची में भूत-प्रेत का साया होने का अंधविश्वास हो गया था. इसके चलते वे उसे दिनेश साहू नाम के एक पादरी के पास ले गए थे.
बच्ची की बेरहमी से पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद रायपुर के एसपी रजनेश सिंह ने घटना की जांच के आदेश दिए थे. पुलिस ने आरोपी दिनेश को धारा 151 के तहत तत्काल गिरफ्तार कर लिया था. खोजने पर हमें ऐसी कोई न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें बताया गया हो कि हाल ही में DPS स्कूल के किसी शिक्षक ने किसी नाबालिग बच्ची के साथ ऐसी हरकत की हो.
वायरल वीडियो गलत दावे के साथ 2019 में भी वायरल हुआ था जब ऑल्ट न्यूज़ ने इसका फैक्ट चेक किया था. DPS स्कूल के अलावा गुजरात के RMVM स्कूल के नाम पर भी बच्चों के साथ मारपीट के कई वीडियोज़ वायरल हुए थे, जिसे पहले खारिज किया जा चुका है.
यहां पर इस बात की पुष्टि हो जाती है कि वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करके भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है. वीडियो किसी DPS के स्कूल टीचर का नहीं बल्कि एक पादरी का है जो नाबालिक बच्ची के साथ आपत्तिजनक हरकत और उसकी पिटाई कर रहा था.
(सोनाली खट्टा के इनपुट के साथ)