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फैक्ट चेक: पाकिस्तान में नहीं जुटी है मुल्क छोड़ने वालों की भीड़, वायरल तस्वीर अफगानिस्तान की है

इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि जिस तस्वीर को पाकिस्तान के इस्लामाबाद का बताकर शेयर किया जा रहा है वो असल में अफगानिस्तान के शहर जलालाबाद की है. 2020 में जलालाबाद में पाकिस्तान काउंसलेट के दफ्तर में पाकिस्तानी वीजा लगवाने के लिए भारी भीड़ इकट्ठी हो गई थी जिसके बाद मची भगदड़ में कुछ लोगों की जान भी चली गई थी.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
पाकिस्तान छोड़ने के लिए वीजा लगवाने वाले लोगों की भीड़ पर इस्लामाबाद में लाठीचार्ज हुआ है.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये तस्वीर पाकिस्तान नहीं बल्कि अफगानिस्तान के शहर जलालाबाद की है.

पाकिस्तान में आर्थिक संकट लगातार गहराता जा रहा है. वहां का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले नौ सालों में सबसे कम स्तर पर पहुंच चुका है. हालात ये हैं कि पाकिस्तान के पास बस तीन हफ्ते तक ही अपनी जरूरत की चीजों को आयात करने के लिए पैसा बचा है पाकिस्तान की उम्मीद अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी IMF से मिलने वाले ‘बेलआउट पैकेज’ पर टिकी है, जिसके लिए बातचीत अभी किसी मुकाम पर नहीं पहुंच सकी है.

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इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसके साथ एक तस्वीर को शेयर करते हुए कुछ लोग ऐसा कह रहे हैं कि IMF के साथ डील रद्द होने के बाद पाकिस्तान में देश छोड़ने के लिए भगदड़ मच गई है. लोग विदेश जाने का वीजा पाने के लिए बड़ी संख्या में इकट्ठे हो रहे हैं. 

इस तस्वीर में दिखता है कि कई लोगों की भीड़ किसी इमारत के सामने खड़ी है और ज्यादातर लोगों के हाथों में पासपोर्ट जैसी चीज है.

एक फेसबुक यूजर ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, “ये आई है दिल को सुकून देने वाली खबर. IMF ने पाकिस्तान को कर्जा नही दिया तो पाकिस्तान में खबर गरम है मुल्क नहीं बचेगा. अब जिनके भी पास पासपोर्ट है वो सब मुल्क से भागने की फिराक में हैं. ये फोटो इस्लामाबाद से आई है, विदेश भागने का वीजा लगवाने के लिए भगदड़ मच गई है. लाठीचार्ज होने की खबर है. वह मोदी जी क्या दांव खेला है. दिल्ली में बैठके बिना एक भी गोली चलाए पाकिस्तान चित्त. हर हर मोदी.”

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इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि जिस तस्वीर को पाकिस्तान के इस्लामाबाद का बताकर शेयर किया जा रहा है वो असल में अफगानिस्तान के शहर जलालाबाद की है.

साल 2020 में जलालाबाद में पाकिस्तान काउंसलेट के दफ्तर में पाकिस्तानी वीजा लगवाने के लिए भारी भीड़ इकट्ठी हो गई थी जिसके बाद मची भगदड़ में कुछ लोगों की जान भी चली गई थी.

कैसे पता लगाई सच्चाई?

हमें कीवर्ड सर्च के जरिए ऐसी कोई खबर नहीं मिली जिसमें पाकिस्तान छोड़ने के लिए वीजा लगवाने वाले लोगों की भीड़ पर लाठीचार्ज की कोई जानकारी हो.

जब हमने वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च किया तो हमें समाचार एजेंसी ‘रॉयटर्स’ की एक न्यूज रिपोर्ट मिली. 21 अक्टूबर, 2020 को छपी इस खबर के मुताबिक अफगानिस्तान के पूर्वी शहर जलालाबाद में स्थित पाकिस्तान काउंसलेट में वीजा की अर्जी देने के लिए हजारों की संख्या में अफगान नागरिक इकट्ठे हुए थे. काउंसलेट के सामने एक स्पोर्ट्स ग्राउंड में जुटी लोगों की भारी भीड़ में टोकन बांटे जाने के दौरान भगदड़ मच गई. इसके चलते 15 लोगों की जान चली गई थी.

कुछ और मीडिया रिपोर्ट्स में भी इस घटना का जिक्र है. तब उस वक्त के पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट करके इस हादसे को लेकर दुख जताया था.

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जाहिर है, जिस तस्वीर को पाकिस्तान के इस्लामाबाद का बताया जा रहा है, वो अफगानिस्तान के जलालाबाद की है.

दरअसल, पाकिस्तान अपनी गिरती अर्थव्यवस्था के मद्देनजर IMF से 6.5 बिलियन डॉलर के बेलआउट पैकेज के लिए मोलभाव कर रहा है. ये रकम साल 2019 में फाइनल हुई थी. हाल ही में, IMF का डेलीगेशन पाकिस्तान आया था, लेकिन 10 दिन के इस दौरे में कर्ज की डील फाइनल नहीं हो सकी. ये बातचीत अब वर्चुअली दोबारा शुरू होगी.

पाकिस्तान की सरकार चाहती है कि उसे फौरीतौर पर राहत के 1.1 बिलियन डॉलर की रकम दी जाए. लेकिन IMF ने इसके लिए काफी कड़ी शर्तें रखी हैं. इनके तहत पाकिस्तान को अपनी आर्थिक नीतियों में काफी बदलाव करना होगा.

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