ब्राह्मण समुदाय और बीजेपी पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें कुछ पुलिस अफसरों और एक व्यक्ति के बीच मारपीट देखी जा सकती है. है. देखने पर ये वीडियो किसी थाने का लगता है. वीडियो की शुरुआत में एक पुलिस अफसर, नीली शर्त पहने आदमी को एक थप्पड़ मारता है, जिसके बाद व्यक्ति भी पुलिसवाले को थप्पड़ मार देता है. मारपीट इतनी बढ़ जाती है कि अन्य पुलिस अफसर आते हैं और उस आदमी को पकड़ कर पीटने लगते हैं.
वीडियो को शेयर करने वालों का दावा है कि मारपीट का ये वीडियो किसी बीजेपी शासित राज्य का है, और ब्राह्मण समुदाय के एक शख्स ने पुलिस वालों से मारपीट की. वहीं, कुछ यूजर्स तो इसे सीधे यूपी का बताते हुए योगी सरकार से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
वायरल वीडियो को एक्स पर शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, “भाजपा सरकार में ब्राह्मण मिश्रा बालू माफिया की गुंडई देख लीजिये, थाने में घुसकर किया पुलिस वालों से थप्पड़बाज़ी।” ऐसे एक पोस्ट का आर्काव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो किसी बीजेपी शासित राज्य का नहीं, बल्कि कर्नाटक का है जहां कांग्रेस की सरकार है. पुलिस अफसर से मारपीट करने वाला शख्स सागर, ब्राह्मण समुदाय से नहीं है. उसे गिरफ्तार किया जा चुका है.
कैसे पता चली सच्चाई?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इससे जुड़ी कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. इनमें बताया गया है कि मारपीट की ये घटना कर्नाटक के पांडवपुरा थाने की है. पांडवपुरा, कर्नाटक के मांड्या जिले में है. कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है, बीजेपी की नहीं.
हमने ये भी पाया कि वीडियो में लोग कन्नड़ भाषा बोल रहे हैं, और बोर्ड पर अंग्रेजी के साथ कन्नड़ में भी लिखा हुआ है.
खबरों के अनुसार, मारपीट करने वाला शख्स पांडवपुरा नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष का बेटा है, जिसे 28 दिसंबर 2024 को हुई इस घटना के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
क्या थी मारपीट की वजह?
हमने पूरा मामला जानने के लिए पांडवपुरा थाने के कांस्टेबल तौसीफ से संपर्क किया. तौसीफ ने पूरा मामला समझाते हुए बताया कि मारपीट करने वाले शख्स का नाम सागर है, जो पांडवपुरा नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष जगदीश का बेटा है. दरअसल, 28 दिसंबर 2024 को सागर के चाचा लक्ष्मीनारायण ने सागर के खिलाफ जमीन हथियाने की शिकायत की थी. जब लक्ष्मीनारायण थाने में थे तभी सागर आया और उनके साथ बदतमीजी करने लगा. इस दौरान इंस्पेक्टर अभिषेक गौड़ा ने बीच बचाव किया जिसके बाद ये मारपीट शुरू हुई.
तौसीफ ने बताया कि सागर के पिता जगदीश जनता दल (सेक्युलर) यानी जेडीएस पार्टी से जुड़े हैं. जब हमने ये पूछा कि क्या सागर ब्राह्मण समुदाय से है, तो तौसीफ ने कहा कि सागर ब्राह्मण नहीं बल्कि वोक्कालिगा समुदाय से आता है.
इस मामले पर पांडवपुरा पुलिस ने सागर पर बीएनएस की आठ धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है. एफआईआर के अनुसार, सागर पांडवपुरा का ही निवासी है. मामले की एफआईआर कॉपी को यहां देखा जा सकता है.
साफ है, कर्नाटक में हुए मारपीट के मामले को बीजेपी शासित राज्य का बता कर भ्रम फैलाया जा रहा है.