बीते कुछ दिनों में प्रयागराज जा रही रही ट्रेनों पर पथराव के कई मामले सामने आए हैं. इसी कड़ी में अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी एक शख्स को पकड़कर उसे घसीटते हुए अपनी गाड़ी की ओर ले जाते हुए दिख रहे हैं. इस दौरान हाथों में डंडा लिए कुछ अन्य लोग आते हैं और इस शख्स को मारने लगते हैं. इसके उलट, मौके पर कुछ महिलाएं भी मौजूद हैं, जो इस शख्स को बचाने की कोशिश कर रही हैं. लोगों की मानें तो जिस शख्स को पुलिस ने पकड़ा है, उसने महाकुंभ जा रही एक ट्रेन पर पत्थरबाजी की थी.
फेसबुक पर ये वीडियो शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “महाकुंभ जा रही ट्रेनों पर पत्थर बाजी करने वालों को सुअरों की तरह दौड़ा-दौड़ा कर पकड़ा जा रहा है और उनकी कुटाई चालू है. जय श्री राम.” इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो पश्चिम बंगाल का है, जहां अवैध हथियार रखने और जमीन हड़पने के मामले में ये शख्स गिरफ्तार हुआ था.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये वीडियो 28 जनवरी, 2025 के एक ट्वीट में मिला. इसके मुताबिक, ये घटना पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले की है, जहां पुलिस एक रेत माफिया को गिरफ्तार करने गई थी.
इसके बाद हमें इस घटना से जुड़ी और भी कई खबरें मिलीं. इनके मुताबिक, 28 जनवरी को बीरभूम के सूरी शहर में एक गिरोह ने एक पुलिसकर्मी के साथ हाथापाई की थी. इस घटना के बाद पुलिस ने करीब 20 लोगों को गिरफ्तार किया, और तीन हथियार बरामद किये. पुलिस वालों के मुताबिक, ये गैंग मल्लिकपुर गांव में घुसा था, जो सूरी के पास पड़ता है. और फिर ये गिरोह स्थानीय लोगों की जमीन कब्जाने के लिए उन्हें धमकाने लगा. जवाब में गांव के लोगों ने भी उनके साथ मारपीट की और पुलिस बुला ली.
मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हथियार दिखा कर दहशत फैलाने वाले एक शख्स को गिरफ्तार करने लगी. इस दौरान एक शख्स ने सूरी के प्रभारी निरीक्षक संचयन बनर्जी का कॉलर पकड़कर लिया और हाथापाई करने लगा. ये देख गांव के लोगों ने गिरोह पर हमला बोल दिया. आखिरकार पुलिस लाठीचार्ज करते हुए गिरोह के लोगों को गिरफ्तार कर ले गई.
गिरफ्तार हुए लोगों में तृणमूल कांग्रेस के मल्लिकपुर इलाके के युवा अध्यक्ष बाबू अंसारी का नाम भी शामिल है. वहीं, पुलिसकर्मी का कॉलर घसीटने वाला शख्स, आमिर अंसारी भी गिरफ्तार हुआ है. इससे पहले भी आगजनी के एक मामले में आमिर को गिरफ्तार किया गया था, और घटना के वक्त वो बेल पर बाहर था. खबरों में ये भी बताया गया है कि जिन दो गुटों के बीच जमीन से जुड़ा विवाद हुआ था, दोनों ही गुट तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हुए हैं.
हमने सूरी के प्रभारी निरीक्षक संचयन बनर्जी से बात की. उन्होंने ‘आजतक’ से इस बात की पुष्टि की कि इस घटना का कुंभ से कोई लेना-देना नहीं है. ये जमीन कब्जाने से जुड़ा एक मामला था, जिसमें कुछ लोग गिरफ्तार हुए थे.