
राजस्थान में मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर बीजेपी का मंथन जारी है. सीएम पद की दौड़ में तिजारा सीट से विधायक महंत बालकनाथ का नाम भी सुनने में आ रहा है, जिन्होंने 7 दिसंबर को अपनी लोकसभा की सदस्यता छोड़कर सुर्खियां बटोरीं.
इस बीच सोशल मीडिया पर बाबा बालकनाथ का एक वीडियो वायरल है, जिसमें वो किसी पुलिसकर्मी के साथ बहस करते हुए दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में बालकनाथ पुलिसकर्मी से कहते हैं कि उन्होंने लोगों पर जो अत्याचार किया है, उसे वो कभी नहीं भूलेंगे. इसे शेयर करने वालों की मानें तो ये भिवाड़ी, राजस्थान में हुई एक हालिया घटना है.
इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लोग ऐसा कह रहे हैं कि चुनाव जीतते ही बीजेपी ने राजस्थान में दादागिरी शुरू कर दी है. ऐसे ही एक ट्वीट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो चुनाव के बाद का नहीं बल्कि लगभग एक साल पुराना है. पुलिस ने बीजेपी के चार कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया था, जिसके बाद बाबा बालकनाथ की एक पुलिस अधिकारी से बहस हो गई थी.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
कीवर्ड सर्च की मदद से हमें ये वीडियो 'क्विंट हिंदी' के यूट्यूब चैनल ( https://www.youtube.com/watch?v=4h8C-BJfxZY ) पर मिला. यहां इसे 9 जनवरी 2023 को शेयर किया गया था. वीडियो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक ये घटना भिवाड़ी की है, जहां 8 जनवरी को बीजेपी के चार कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. इस बात से नाराज बीजेपी सांसद बालकनाथ योगी की डीएसपी आनंद राव से बहस हो गई थी.
आजतक की खबर के अनुसार, 5 जनवरी को बहरोड़ में राजस्थान के गैंगस्टर विक्रम उर्फ लादेन पर फायरिंग हुई थी. इस मामले का आरोपी रामफल गुर्जर बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया और पूर्व सांसद बालकनाथ के साथ एक कार्यक्रम में नजर आया था.
इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने रामफल गुर्जर के साथ दिखने वाले कांग्रेस और बीजेपी के चार नेताओं को हिरासत में ले लिया था. दोनों ही पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने थाना घेरकर पुलिस कार्रवाई का विरोध किया. इस दौरान सांसद बालकनाथ भी थाने में मौजूद थे. धक्का मुक्की होने पर नाराज बालकनाथ ने डीएसपी आनंद राव को धमका दिया था.
इस मामले को लेकर मीडिया से बातचीत के दौरान बालकनाथ ने कहा था कि नौ महीने बाद जब राजस्थान में बीजेपी की सरकार बनेगी, तब इस पुलिसकर्मी को अपनी गलती का खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस घटना के बाद आनंद राव के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए महंत बालकनाथ अपने समर्थकों के साथ डीएसपी कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए थे. हमें इस पूरी घटना का एक दूसरे एंगल से बना वीडियो भी मिला जिसे यहां देखा जा सकता है.