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ऋषि सुनक जब से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने हैं तब से लगातार चर्चा में हैं. लोग उनके परिवार, उनकी प्रेम कहानी और उनकी संपत्ति तक हर चीज के बारे में जानना चाहते हैं. भारत की राजनीतिक पार्टियों के नेता भी अपने-अपने तरीके से उनके पीएम बनने को लेकर प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे हैं.
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक न्यूज पोस्टकार्ड के हवाले से ऐसा कहा जा रहा है कि ऋषि ने भारत की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए मनमोहन सिंह जैसे प्रधानमंत्री की जरूरत बताई है.
इस पोस्टकार्ड पर 'दैनिक भास्कर' का लोगो दिख रहा है. ऊपर ऋषि सुनक और पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तस्वीरें हैं. वहीं, नीचे लिखा है, "भारत को सही दिशा और दशा देने कमजोर गिरती अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए मनमोहन सिंह जैसे प्रधानमंत्री की आवश्यकता है- ऋषि सुनक"
बहुत सारे लोग इसे 'दैनिक भास्कर' वेबसाइट का असली पोस्टकार्ड बताकर पेश कर रहे हैं.
राष्ट्रीय जनता दल के यूथ विंग 'युवा राजद' ने इसे शेयर करते हुए लिखा, "भक्तों के नए फूफा भी बड़े एहसानफरामोश निकले! बताओ भला, भक्तों ने क्या क्या सोचकर इन्हें ब्रिटेन का PM बनवाया था!"
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि न तो 'दैनिक भास्कर' ने ऐसी कोई खबर छापी है और न ही ऋषि सुनक ने पूर्व भारतीय पीएम मनमोहन सिंह के बारे में ऐसा कोई बयान दिया है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
कीवर्ड सर्च के जरिये हमें 'दैनिक भास्कर' के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 25 अक्टूबर को किया गया एक ट्वीट मिला जिसमें मौजूद पोस्टकार्ड वायरल हो रहे पोस्टकार्ड से काफी हद तक मेल खाता है.
इसमें भी ऋषि सुनक और मनमोहन सिंह की वही तस्वीरें लगी हैं जो वायरल हो रहे पोस्टकार्ड में दिख रही हैं. लेकिन, इसमें नीचे ऋषि के हवाले से मनमोहन सिंह के बारे में वो बयान नहीं लिखा है, जो वायरल पोस्टकार्ड में है. यहां लिखा है, "चिदंबरम-थरूर की सलाह, भारत में भी हो अल्पसंख्यक PM: भाजपा बोली- मनमोहन सिंह को भूल गए". दोनों पोस्टकार्ड्स के फॉन्ट में भी काफी फर्क है.
साफ पता लग रहा है कि पोस्टकार्ड में लिखी बात को एडिटिंग के जरिेये हटा कर और उसमें ऋषि सुनक के हवाले से एक मनगढ़ंत बयान लिख दिया गया है.
'दैनिक भास्कर' के असली पोस्टकार्ड में एक खबर का लिंक भी दिया गया है. इसमें कांग्रेस नेता शशि थरूर और पी. चिदंबरम के ऋषि सुनक को लेकर दिए गए बयानों का जिक्र है. दरअसल सुनक के पीएम बनने के बाद पी. चिदंबरम ने अपने एक ट्वीट में कहा था कि भारत में भी अल्पसंख्यक प्रधानमंत्री को सत्ता में लाने की जरूरत है. शशि थरूर ने भी उनके इस बयान का समर्थन किया था और लिखा था कि ऐसा होता है तो उन्हें खुशी होगी.
वहीं बीजेपी ने इसका जवाब देते हुए कहा था कि क्या ये दोनों नेता मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री नहीं मानते. रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पार्टी की ओर से बयान जारी करते हुए कहा था कि भारत को किसी भी देश से सबक लेने की जरूरत नहीं है क्योंकि यहां कई अल्पसंख्यक राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री बन चुके हैं.
हमें 'दैनिक भास्कर' की वेबसाइट या सोशल हैंडल्स पर ऐसी कोई खबर या पोस्टकार्ड नहीं मिला जिसमें मनमोहन सिंह से जुड़े ऋषि सुनक के किसी बयान का जिक्र हो.
'दैनिक भास्कर' डिजिटल के वरिष्ठ पत्रकार प्रसून मिश्रा ने 'आजतक' को बताया कि उनकी वेबसाइट ने ऐसी कोई खबर नहीं छापी है और ये पोस्टकार्ड फर्जी है.
ऋषि सुनक के सोशल हैंडल्स पर भी नहीं है ऐसा कोई बयान
ऋषि सुनक ने 25 अक्टूबर को भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी. भारत में उन्हें लेकर एक अलग ही क्रेज देखने को मिल रहा है. भारत से उनके कनेक्शन से जुड़े ऋषि के तमाम नए-पुराने वीडियो, बयान और ट्वीट सामने आ रहे हैं. पीएम मोदी सहित देश के कई नेताओं ने उन्हें बधाई दी है. ऐसे में अगर उन्होंने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के बारे में कोई बयान दिया होता, तो इसे लेकर यकीनन मीडिया में चर्चा होती, पर हमें ऐसा कुछ भी नहीं मिला.
हमने ऋषि के सोशल मीडिया अकाउंट्स को भी खंगाला पर वहां भी हमें ऐसा कोई बयान नहीं मिला.
कुल मिलाकर बात साफ है, ऋषि सुनक के नाम पर मनमोहन सिंह से जुड़ा एक फर्जी बयान वायरल हो रहा है.
(इनपुट: मयंक आनंदन, सुमित कुमार दुबे)