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फैक्ट चेक: सद्गुरु और इन नामी हस्तियों ने नहीं बेची है जोड़ों के दर्द की दवा, ये वीडियो फर्जी हैं

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो इन हस्तियों के पुराने वीडियोज को एडिट करके बनाए गए हैं. इनमें एडिटिंग के जरिये असली ऑडियो हटा दिया गया है और उसकी जगह जोड़ों के दर्द की दवा कर प्रचार करने वाला ऑडियो लगाया गया है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
वीडियो में सद्गुरु जग्गी वासुदेव और अन्य नामी हस्तियों को जोड़ों के दर्द की दवा का प्रचार करते देखा जा सकता है.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये वीडियो फर्जी हैं. सद्गुरु और इन हस्तियों ने इस तरह की किसी दवा का प्रचार नहीं किया है.

जोड़ों के दर्द की किसी चमत्मारिक दवा की तारीफ करते सेलेब्रिटीज के तमाम फर्जी वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. कुछ में तो यहां तक दावा किया जा रहा है कि देश में कई लोग सड़कों पर उतर आए हैं और जोड़ों के दर्द, आर्थराइटिस आदि की दवाइयों को सस्ता करने की मांग कर रहे हैं.

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काफी लोग इन वीडियोज पर यकीन भी कर रहे हैं क्योंकि ये न्यूज रिपोर्ट के अंदाज में बनाए गए हैं. इनमें मशहूर एंकर जोड़ों के दर्द की दवाओं की तारीफ करते दिखते हैं. साथ ही, इनमें नामी हस्तियों के पुराने वीडियो इस तरह एडिट करके लगाए गए हैं कि वो इन दवाओं से फायदा होने की बात करते नजर आते हैं.

मिसाल के तौर पर, ऐसे ही एक वीडियो में सद्गुरु वासुदेव जग्गी ये कहते हैं कि एक चमत्कारिक दवा ने उनका 11 सालों का जोड़ों का दर्द ठीक कर दिया. वहीं, इसी वीडियो में इस्कॉन मंदिर के दिवंगत चेयरमैन गोपाल कृष्ण गोस्वामी ये कहते हैं कि उन्हें पिछले आठ साल से ऑस्टियोकॉन्ड्रॉसिस है और मात्र कुछ ही दिनों में उन्हें इस दवा से फायदा महसूस होने लगा है.

वीडियो में भारतीय अमेरिकी लेखक दीपक चोपड़ा और न्यूज एंकर चित्रा त्रिपाठी भी दवा की तरीफों के पुल बांधते हुए जल्द से जल्द उसे खरीदने की सलाह देते दिखते हैं.

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एक फेसबुक यूजर ने ये वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "क्या यह आपको जाना पहचाना लग रहा है? जोड़ों का दर्द आप पर कभी भी हमला कर सकता है. लेकिन आपको इसे सहने की जरूरत नहीं है. फिक्सिट से आप जोड़ों और पीठ दर्द से जल्दी और प्रभावी ढंग से छुटकारा पा सकते हैं." ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो इन हस्तियों के पुराने वीडियोज को एडिट करके बनाए गए हैं. इनमें एडिटिंग के जरिये असली ऑडियो हटा दिया गया है और उसकी जगह जोड़ों के दर्द की दवा कर प्रचार करने वाला ऑडियो लगाया गया है.

सद्गुरु की ब्रेन सर्जरी से संबंधित वीडियो जोड़ों के दर्द के संदर्भ में हो रहा शेयर

वीडियो के जिस हिस्से में सद्गुरु जग्गी वासुदेव जोड़ों के दर्द की दवा की तारीफ करते हैं, वो उनके एक पुराने कार्यक्रम के वीडियो को एडिट करके बनाया गया है. इसमें सद्गुरु की वेशभूषा, उनकी कुर्सी, और पीछे का बैकग्राउंड- सब वायरल वीडियो जैसा ही है.

इसी तरह, वायरल हो रही फर्जी रिपोर्ट का एक वीडियो, सद्गुरु के मार्च, 2024 के वीडियो को एडिट करके बनाया गया है, जिसके जरिये उन्होंने ब्रेन सर्जरी के बाद पहली बार लोगों के नाम एक संदेश जारी किया था. उनके संदेश को हटाकर उनकी आवाज में जोड़ों के दर्द की दवा की तारीफ वाला नकली ऑडियो लगा दिया गया है.

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वहीं, वायरल वीडियो में सद्गुरु और लेखक दीपक चोपड़ा की बातचीत के दो वीडियोज के भी कुछ हिस्सों को एडिट करके लगाया गया है. इनमें से एक वीडियो में जहां अध्यात्मिक विषयों पर बातचीत चल रही थी, वहीं दूसरे वीडियो में दीपक, अपनी नई किताब के बारे में सद्गुरु से चर्चा कर रहे हैं. किसी में भी जोड़ों की दर्द की दवा का जिक्र नहीं है.

गोपाल कृष्ण गोस्वामी के प्रवचन से की गई छेड़छाड़

वायरल वीडियो में इस्कॉन मंदिर के दिवंगत चेयरमैन गोपाल कृष्ण गोस्वामी के प्रवचन के एक पुराने वीडियो को भी एडिट करके लगाया गया है. असली वीडियो इस्कॉन दिल्ली के यूट्यूब चैनल पर 6 फरवरी, 2019 को अपलोड किया गया था. इसमें वो ईश्वर की भक्ति के बारे में बात करते दिख रहे हैं.

दीपक चोपड़ा के वीडियो  को भी किया गया एडिट

वायरल वीडियो में बड़ी चालाकी के साथ ये दिखाने की कोशिश की गई है कि लेखक दीपक चोपड़ा ने एक ऐसी चमत्मारिक जोड़ों के दर्द की दवा बनाई है जिसकी मदद से कई लोग अपंगता से मुक्त हो गए. दरअसल, दीपक चोपड़ा एक लेखक होने के साथ ही ''यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफॉर्निया'' में ''फैमिली मेडिसिन व पब्लिक हेल्थ'' के क्लिनिकल प्रोफेसर भी हैं.  

हमें दीपक की आधिकारिक वेबसाइट और उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर ऐसी किसी दवा का जिक्र नहीं मिला. वीडियो में दीपक के भी पुराने वीडियो एडिट करके लगाए गए हैं.

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वायरल वीडियो में एक वेबसाइट के लिंक के जरिये दवा खरीदने की गुजारिश की जाती है. लेकिन, इस पर क्लिक करने से स्पैनिश भाषा की एक वेबसाइट खुलती है, जिसमें कहीं कुछ खरीदने का विकल्प ही नहीं है.

कुछ समय पहले इसी तरह नकली वीडियोज के जरिये सेलेब्रिटीज को डायबिटीज की दवा बेचते हुए दिखाया जा रहा था. उस वक्त भी हमने अपनी रिपोर्ट के जरिये आपको सच्चाई बताई थी.

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