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फैक्ट चेक: अपने शिक्षक को लेकर शिवराज चौहान की फिसली थी जुबान, पर फौरन कर लिया था भूल सुधार

वीडियो में शिवराज एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं. उन्हें कहते हुए सुना जा सकता है कि "मैं जैत में सरकारी स्कूल में पढ़ा, भोपाल में भी सरकारी स्कूल में ही पढ़ा. हमारे गुरूजी आज भी वो हैं, श्रद्धेय रतनचंद जैन. मैं जाता था उनके सिर पर हम सभी पैर रखते, उनके सिर पर हम.”

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वो अपने गुरू के सिर पर पैर रखते थे.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
वायरल वीडियो अधूरा है. पूरे वीडियो में शिवराज ने खुद को सुधारते हुए कहा कि वो अपने गुरू के पैरों पर सर रख दिया करते थे.

भारत में गुरू-शिष्य पंरपरा में अक्सर गुरुओं के चरण स्पर्श किए जाते हैं. लेकिन क्या कोई शिष्य अपने गुरू के सिर पर पैर रखने की बात सार्वजनिक मंच से कह सकता है?  सोशल मीडिया पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की एक ऐसी ही वीडियो क्लिप देखकर लोग हैरान हैं. 

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मध्य प्रदेश कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा गया, “ये अपने गुरूजी के सिर पर पैर रखते थे। वाह ! शिवराज, एक नंबरी लफ़्फ़ाज़। “
इसके अलावा एक फेसबुक यूजर ने भी इस 23 सेकेंड के वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “मामाजी शिक्षकों के बीच आप यह क्या कह गये?"    

इस वीडियो में शिवराज एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं. उन्हें कहते हुए सुना जा सकता है कि "मैं जैत में सरकारी स्कूल में पढ़ा, भोपाल में भी सरकारी स्कूल में ही पढ़ा. हमारे गुरूजी आज भी वो हैं, श्रद्धेय रतनचंद जैन. मैं जाता था उनके सिर पर हम सभी पैर रखते, उनके सिर पर हम.”

इंडिया टुडे फैक्ट चेक टीम ने पाया कि शिवराज चौहान की जुबान फिसली जरूर थी लेकिन उन्होंने तुरंत अपनी बात को दुरुस्त कर लिया था.  लेकिन  वायरल वीडियो में भूल सुधार वाले हिस्से को काट कर हटा दिया गया है.

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कैसे पता लगाई सच्चाई?
 
ये वायरल वीडियो किसी सरकारी कार्यक्रम का हिस्सा लग रहा है. लिहाजा हमने शिवराज चौहान के दफ्तर के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जाकर चेक किया तो हमें पूरा वीडियो मिल गया. चार सितंबर, 2022 को ये वीडियो लाइव ब्रॉडकास्ट हुआ था. उस दिन शिवराज भोपाल में नए शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए थे. वायरल वीडियो, उसी कार्यक्रम में दिए गए उनके भाषण का हिस्सा है.

शिवराज के संबोधन में 41 मिनट के बाद वो हिस्सा आता है जो वायरल हो रहा है. दरअसल शिवराज अपने गुरू के साथ अपने रिश्ते की चर्चा कर रहे थे. सिर पर पैर रखने वाली बात के बाद शिवराज खुद को सुधारते हुए कहते हैं, “सदैव ही, उनका आशीर्वाद लेने के लिए हम अपने सिर को उनके पैरों पर सदैव ही रखते थे.”

हाल ही में कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी का भी एक बयान अधूरे तरीके से काट कर इस तरह वायरल किया गया जिससे लगा कि वो आटे को किलोग्राम की बजाय लीटर में मापने की बात कह रहे हैं. जबकि राहुल ने भी अपनी भूल को तुरंत सुधार लिया था.

राहुल गांधी से जुड़ी इस खबर को यहां पढ़ा जा सकता है.

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