
हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जयपुर की एक रैली में बयान दिया कि वो हिंदू हैं, हिंदुत्ववादी नहीं. इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर इस बयान को लेकर सियासत तेज हो गई है.
इसी से जोड़ते हुए सोशल मीडिया मीडिया पर पिछले कुछ समय से वायरल एक पोस्ट चर्चा में आ गई है. इस पोस्ट में कहा जा रहा है कि सोनिया गांधी की शादी चर्च में हुई थी, लेकिन इसके बावजूद राहुल गांधी खुद को हिंदू बताते हैं. ऐसा कहते हुए लोग दो तस्वीरों का एक कोलाज शेयर कर रहे हैं. कोलाज की पहली फोटो में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एक मेज पर रखे कुछ कागजों पर दस्तखत करती नजर आ रही हैं. वहीं, दूसरी फोटो में राहुल गांधी पारंपरिक वेशभूषा में हाथ जोड़े खड़े दिख रहे हैं.
एक ट्विटर यूजर ने ये फोटो शेयर करते हुए लिखा, “रामचंद्र कह गए सिया से, ऐसा कलयुग आएगा, मां की शादी चर्च में होगी, बेटा ब्राह्मण कहलाएगा”.
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि सोनिया गांधी की शादी हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार हुई थी. वायरल फोटो में सोनिया गांधी अपनी शादी के रजिस्ट्रेशन के दौरान रजिस्टर में साइन कर रही हैं. सोनिया की शादी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सफदरजंग, दिल्ली स्थित घर में हुई थी, न कि किसी चर्च में.
क्या है इस फोटो की सच्चाई?
वायरल फोटो को रिवर्स सर्च करने पर ये हमें टाइम्स ग्रुप की वेबसाइट ‘टाइम्स कंटेंट’ पर मिली. यहां दी गई जानकारी के मुताबिक, ये फोटो 1968 में ली गई थी जब सोनिया गांधी ने अपनी शादी के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया के दौरान रजिस्टर में साइन किया.
सोनिया की शादी को लेकर क्या लिखा है चर्चित किताबों में?
सोनिया गांधी और उनके परिवार पर कई किताबें लिखी जा चुकी हैं. इनमें से कई में उनकी शादी का वर्णन भी है. सभी जगह हमें यही मिला कि उनकी शादी हिंदू रीति-रिवाजों के मुताबिक हुई थी.
मिसाल के तौर पर, लेखिका पुपुल जयकर अपनी किताब ‘इंदिरा गांधी ए बायोग्राफी’ में लिखती हैं कि सोनिया गांधी की शादी 25 फरवरी, 1968 को नई दिल्ली के सफदरजंग रोड स्थित इंदिरा गांधी के घर में हुई थी. राजीव और सोनिया ने एक-दूसरे को वरमाला और अंगूठियां पहनाई थीं. इस शादी का रजिस्ट्रेशन करने के लिए वहां मजिस्ट्रेट भी मौजूद थे.
इसी तरह, ‘सोनिया गांधी: द पावर पार्ट 1’ किताब में रूपा वेंकटेश ने भी यही लिखा है कि सोनिया गांधी की शादी हिंदू रीति रिवाजों के हिसाब से हुई थी. इसमें उन्होंने बताया है कि सोनिया की शादी वसंत पंचमी के दिन हुई थी, क्योंकि ये हिंदू धर्म में एक पवित्र दिन माना जाता है. खास बात ये है कि वसंत पंचमी के दिन ही खुद इंदिरा गांधी की भी शादी हुई थी. इस मौके पर सोनिया ने वही साड़ी पहनी थी, जो उनकी सास इंदिरा गांधी ने अपनी शादी में पहनी थी. सोनिया के जयमाल के दौरान वैदिक संस्कृत श्लोक गाए गए थे.
शादी का वीडियो
हमें सोनिया गांधी की शादी का एक वीडियो भी मिला, जिसमें सोनिया और राजीव एक-दूसरे को जयमाला पहनाते दिख रहे हैं. जहां पारंपरिक ईसाई शादी में दुल्हन अमूमन सफेद रंग का गाउन पहनती है, वहीं इस वीडियो में सोनिया ने पारंपरिक भारतीय साड़़ी पहनी हुई है.
सोनिया गांधी के जीवन पर ‘सोनिया ए बायोग्राफी’ किताब लिख चुके लेखक रशीद किदवई ने हमें बताया कि सोनिया की शादी चर्च में या ईसाई रीति रिवाजों से होने की बात बिल्कुल बेबुनियाद है. वो कहते हैं, “सोनिया गांधी की शादी पारंपरिक हिंदू रीति-रिवाजों से हुई थी. उनकी मां और मामा शादी में आए थे. कन्यादान उनके मामा ने किया था. साथ ही, चूंकि सोनिया एक विदेशी थीं और दूसरे धर्म से थीं, लिहाजा ‘स्पेशल मैरेज एक्ट’ के तहत उनकी शादी का रजिस्ट्रेशन भी हुआ था.”
हमें सोनिया गांधी की शादी चर्च में होने का कोई प्रमाण नहीं मिला. अगर सचमुच ऐसा कुछ होता, तो कहीं न कहीं इसका जिक्र जरूर मिलता.
साल 2018 में भी एक दूसरी तस्वीर के साथ सोनिया गांधी की शादी चर्च में होने का दावा वायरल हुआ था. उस वक्त भी कई वेबसाइट्स ने इसकी सच्चाई बताई थी.
साफ तौर पर, सोनिया गांधी की शादी से जुड़े भ्रामक दावे के जरिये राहुल गांधी पर निशाना साधा जा रहा है.