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भगवान कृष्ण की वेशभूषा में आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव की एक फोटो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है. इस फोटो में तेज प्रताप किसी बिल्डिंग के सामने बनी एक चहारदीवारी पर बैठकर बांसुरी बजाते हुए नजर आ रहे हैं. पास ही एक बकरी खड़ी है. लोग ये फोटो शेयर करते हुए तेज प्रताप पर तंज कस रहे हैं कि श्रीकृष्ण गाय पालते थे, न कि बकरी.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता आदित्य शर्मा ने इस फोटो को शेयर करते हुए लिखा, “कोई इस नववी फेल दुग्गल भैया को बताओ रे की श्री कृष्ण गाय पालते थे बकरी नही”.
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल तेज प्रताप की इस फोटो में छेड़छाड़ करके उसमें अलग से बकरी की तस्वीर जोड़ी गई है. असली फोटो में तेज प्रताप भगवान कृष्ण की वेशभूषा में बांसुरी बजाते हुए तो दिख रहे हैं, पर उसमें कोई बकरी नहीं है.
क्या है सच्चाई
वायरल फोटो को रिवर्स सर्च करने पर हमें एक वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से 2019 में किया गया एक ट्वीट मिला. इस ट्वीट में यही फोटो मौजूद है जिसमें कोई बकरी नहीं है.
तेज प्रताप के सोशल मीडिया हैंडल्स खंगालने पर हमने पाया कि उन्होंने 4 दिसंबर 2019 को ये फोटो अपने इंस्टाग्राम हैंडल से शेयर की थी. यहां भी तस्वीर में कोई बकरी नहीं है.
9 दिसंबर 2019 को ‘न्यूज नेशन’ ने अपनी एक वीडियो रिपोर्ट में तेज प्रताप की इस तस्वीर को लेकर विस्तार से चर्चा की थी. इसमें बताया गया था कि किस तरह तेज प्रताप कभी भगवान शिव के वेश में नजर आते हैं तो कभी भगवान कृष्ण का रूप धर लेते हैं.
वायरल फोटो के बकरी वाले हिस्से को जब हमने यांडेक्स सर्च इंजन पर सर्च किया, तो ‘toppng.com’ नाम की एक वेबसाइट पर हमें बकरी की वही तस्वीर मिल गई, जिसे तेज प्रताप की असली तस्वीर में चिपकाया गया है. इस वेबसाइट पर मौजूद तस्वीरों को कोई भी मुफ्त में डाउनलोड और इस्तेमाल कर सकता है.
तेज प्रताप यादव ने हाल ही में छात्र जन शक्ति परिषद नाम का एक नया संगठन बनाया था. खास बात ये है कि ये संगठन उन्होंने ऐसे समय पर बनाया जब आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से उनके संबंध ठीक नहीं चल रहे हैं. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये तेज प्रताप और तेजस्वी यादव के बीच चल रही वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा है.
हमारी पड़ताल से ये बात साबित हो जाती है कि एडिटिंग सॉफ्टवेयर से बनाई गई एक फोटो के जरिये तेज प्रताप यादव पर निशाना साधा जा रहा है.