लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण का प्रचार आज, यानि 18 मई को थम गया. अब आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों के लिए 20 मई को मतदान होना है. इनमें उत्तर प्रदेश की कौशांबी लोकसभा सीट भी शामिल है, जहां का एक वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर काफी वायरल है.
वीडियो में लोगों की भारी भीड़ 'केशव मौर्य चोर है' जैसे नारे लगाती हुई नजर आ रही है. भारी विरोध के बीच यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को लोगों के बीच से निकलते हुए देखा जा सकता है.
इस दौरान केशव अपने मुंह पर उंगली रख कर भीड़ को चुप करवाने की कोशिश भी करते हैं, लेकिन लोग शांत नहीं होते.
कई लोग इस वीडियो को एक हालिया घटना बताते हुए, बीजेपी के लोकसभा चुनाव में 400 सीटें जीतने के दावे पर पार्टी को घेर रहे हैं.
फेसबुक पर ये वीडियो शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “#ब्रेकिंग_न्यूज़ #कौशांबी. कौशांबी में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का भारी विरोध, विरोध को देखते हुए विनोद सोनकर को लेकर गेस्ट हाउस से तत्काल निकले Keshav Prasad Maurya. केशव जी अबकी बार 400 के पार. भाजपाईयों बड़े शर्म की बात है.” इसका आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो फिलहाल चल रहे लोकसभा चुनाव का नहीं, बल्कि साल 2022 का एक पुराना वीडियो है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें 22 जनवरी 2022 की एक खबर मिली, जिसमें वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट मौजूद है. इसके मुताबिक ये वीडियो उत्तर प्रदेश में साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव से कुछ वक्त पहले का है, जब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य टिकट घोषित होने के बाद अपने विधानसभा क्षेत्र सिराथू गए थे. सिराथू यूपी के कौशांबी जिले में स्थित है.
इसके बाद हमें इस वीडियो से जुड़ी कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं. इनके मुताबिक ये विरोध 22 जनवरी 2022 को हुआ था, जब केशव प्रसाद मौर्य कौशांबी के गुलामीपुर गांव गए थे. दरअसल, जिला पंचायत सदस्य के पति राजेश मौर्य पिछले तीन दिनों से लापता थे, जिनके परिवार वालों से मिलने केशव उनके घर जा रहे थे. इस दौरान स्थानीय महिलाओं ने केशव को देखकर जमकर नारेबाजी शुरू कर दी.
सुरक्षा कर्मियों ने बड़ी मशक्कत के बाद केशव को भीड़ से सुरक्षित बाहर निकाला. भारी विरोध के बीच केशव लापता शख्स के घर पर उसके परिजनों से मिले, उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया और फिर अपनी गाड़ी में बैठकर लौट गए.
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रदर्शनकारी महिलाएं पुलिस के कार्य प्रणाली से संतुष्ट नहीं थीं, इसलिए उन्होंने नारेबाजी की थी.
22 जनवरी 2022 को केशव प्रसाद मौर्य ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैन्डल से इस मुलाकात की तस्वीरें भी शेयर की थीं.
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने यूपी विधानसभा चुनाव में केशव प्रसाद मौर्य को कौशांबी जिले की सिराथू विधानसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया था. ऐसे में चुनाव से ठीक पहले हुए इस विरोध को लेकर काफी चर्चा हुई थी. बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में सिराथू सीट से सपा प्रत्याशी पल्लवी पटेल ने केशव प्रसाद मौर्य को 7337 वोटों से हरा दिया था.
हाल ही में, 15 मई 2024 को कौशांबी से सांसद और बीजेपी प्रत्याशी विनोद सोनकर के समर्थन में केशव प्रसाद मौर्य ने सिराथू में एक रैली की थी. लेकिन, इस रैली के दौरान उनका विरोध होने जैसी कोई खबर हमें नहीं मिली.