चीन में कोविड के बढ़ते मामलों की वजह से हालात भयावह होते जा रहे हैं. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वहां 20 दिन में 25 करोड़ लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं.
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाला वीडियो शेयर करते हुए कुछ लोग कह रहे हैं कि चीन में जॉम्बी, लोगों पर हमला कर रहे हैं.
वीडियो किसी रेलवे या मेट्रो स्टेशन का लग रहा है. इसमें दिखाई ये देता है कि कई सारे लोग चीखते हुए एक ट्रेन में दाखिल होते हैं. इस आपाधापी के बीच ट्रेन की खिड़की के शीशे से दिखता है कि एक शख्स बाहर प्लेटफॉर्म की जमीन पर अजीब तरह से रेंग रहा है. अचानक वो ट्रेन के शीशे पर हाथ रख देता है. ट्रेन के अंदर मौजूद लोगों की चीखें और तेज हो जाती हैं.
वीडियो पर लिखा है, 'चीन में जॉम्बीज का हमला'.
वैसे तो ज्यादातर लोग इसे मजाक के तौर पर ले रहे हैं, लेकिन कई लोग इसे चीन में चल रहे कोरोना के कहर से भी जोड़ रहे हैं. वहीं, कई इस बात को लेकर हैरत में हैं कि आखिर इस वीडियो में चल क्या रहा है.
एक इंस्टाग्राम यूजर ने इसे पोस्ट करते हुए लिखा, "चीन में जॉम्बीज का आक्रमण".
इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो चीन का नहीं बल्कि इंडोनेशिया का है. ये एक इवेंट था जिसके तहत कुछ लोग इंडोनेशिया के ट्रेन स्टेशनों में जॉम्बी की तरह एक्टिंग कर लोगों को डराने की कोशिश करते थे.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
हमने देखा कि वायरल वीडियो पर कमेंट करते हुए कई लोग लिख रहे हैं कि ये वीडियो इंडोनेशिया का है और जॉम्बी के लुक में दिख रहे लोग सिर्फ एक्टर हैं.
इस जानकारी की मदद से कीवर्ड सर्च करने हमें इस वीडियो का एक बड़ा वर्जन 'Bangka Pos Official' नामक इंडोनेशिया की न्यूज वेबसाइट के यूट्यूब पेज पर मिला. यहां इसे नौ अगस्त, 2022 को पोस्ट किया गया था.
रिपोर्ट में बताया गया है कि ये नजारा जकार्ता के 'ट्रेन टु एपोकैलिप्स' नाम के एक इवेंट का है.
'द जकार्ता पोस्ट' के मुताबिक, जकार्ता में ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए 'ट्रेन टु एपोकैलिप्स' नाम के एक इवेंट का आयोजन किया गया था. इसके तहत कुछ रेलवे स्टेशंस में एक्टर, जॉम्बी बनकर इस तरह घूमते थे, मानों वहां जॉम्बीज का उत्पात मचा हो. ये इवेंट जकार्ता की लाइट रेल ऑपरेटर 'PT LRT Jakarta' और इवेंट ऑर्गेनाइजर कंपनी 'पांडोरा बॉक्स' ने मिलकर कराया था.
इवेंट का मकसद ये था कि रोमांच की तरफ आकर्षित होकर जकार्ता के युवा पब्लिक ट्रांसपोर्ट को अपनाएं जिससे सड़कों पर भीड़ कम हो.
ये इवेंट पांच अगस्त से 11 सितंबर तक चला था.
'ट्रेन टु बुसान' से मिली थी प्रेरणा
'गल्फ न्यूज' के मुताबिक, ये इवेंट दक्षिण कोरियाई फिल्म 'ट्रेन टु बुसान' से प्रेरित था. साल 2016 में रिलीज हुई इस फिल्म में चलती ट्रेन में जॉम्बीज का आतंक दिखाया गया था.
कुल मिलाकर बात साफ है, युवाओं को पब्लिक ट्रांसपोर्ट की तरफ आकर्षित करने के मकसद से जकार्ता में चलाई गई जॉम्बी ट्रेन के वीडियो को चीन में जॉम्बीज का हमला बताया जा रहा है.