चेन्नई में एक व्यक्ति की तीसरी बार किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) की गई. मद्रास मेडिकल मिशन (Madras Medical Mission) में ये तीसरी किडनी ट्रांसप्लांट की गई. हैरान करने वाली बात यह है कि मरीज के शरीर में अब 5 किडनी (Kidneys) हो गईं हैं.
(फोटो- गेटी)
अस्पताल के डॉ. एस सरवनन (Dr S Saravanan) ने उस शख्स की किडनी ट्रांसप्लांट की जिसकी उच्च रक्तचाप के कारण पहले कई बार सर्जरी सफल नहीं हो सकी थी. ऐसे में डॉक्टर्स की टीम को भी सावधान रहना पड़ा क्योंकि मरीज की हाल ही में ट्रिपल बाईपास सर्जरी (bypass surgery) हुई थी.
(अस्पताल की फोटो)
मरीज की रिकॉर्ड तीसरी बार किडनी ट्रांसप्लांट की गई और चेन्नई के अस्पताल के प्रयासों से पांच किडनी के साथ ठीक होकर बाहर निकला. डॉक्टरों ने पहले से लगी किडनी को बरकरार रखा ताकि अत्यधिक रक्तस्राव और जीवन के लिए खतरा पैदा होने की स्थिति से बचा जा सके.
(अस्पताल की फोटो)
डॉक्टरों की टीम को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, क्योंकि नई किडनी को ट्रांसप्लांट करने के लिए शरीर में जगह की कमी थी. साथ ही नई किडनी से जुड़ने के लिए रक्त वाहिकाओं की कमी और इयरलेयर सर्जरी के कारण रोगी की बहुत अधिक एंटीबॉडी विकसित करने की प्रवृत्ति की समस्या थी.
(फोटो- गेटी)
इसलिए, पारंपरिक प्रक्रिया के विपरीत, डॉक्टर्स की टीम ने किडनी को उदर गुहा में आंत के करीब रखा. बताया गया कि आंत के माध्यम से सर्जरी शायद ही कभी की गई हो.
(फोटो- गेटी)
डॉ सरवनन ने कहा, कि यह इतनी असामान्य सर्जरी है कि मुझे अभी तक इस पर भारत में प्रकाशित एक पेपर तक नहीं दिख रहा है. डॉक्टर्स ने 10 अगस्त को सर्जरी पूरी की थी.
(फोटो- गेटी)
डॉक्टरों ने कहा कि नई किडनी के लिए जगह बनाने के लिए पुरानी किडनी को नहीं निकालने का कारण यह है कि रोगी को अत्यधिक रक्तस्राव हो सकता था. इसके साथ और कई तरह की दिक्कतें हो सकती थीं.
(फोटो- गेटी)
एक एक विज्ञप्ति के अनुसार, 12 साल की उम्र में मरीज की किडनी फेल हो गई थी और उसकी कम उम्र में ट्रांसप्लांट सर्जरी की गई थी. हालांकि, ट्रांसप्लांट विफल हो गया और दूसरा ट्रांसप्लांट किया गया लेकिन रोगी के अनियंत्रित उच्च रक्तचाप के कारण ये भी सफल साबित नहीं हुआ. हालांकि, डॉक्टरों ने तीसरी किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी करने का फैसला किया.