मेडिकल साइंस (Medical Science) में हमें कई बार कुछ अनोखे ऑपरेशन्स के बारे में सुनने को मिलता है. जिसमें लगता है कि ये ऑपरेशन सफल होना किसी चमत्कार से कम नहीं है. गुरुग्राम के फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के डॉक्टर्स की एक टीम ने मिलकर एक ऐसा कारनामा कर दिखाया जिसकी कल्पना करना भी शायद मुश्किल था. डॉक्टर्स की टीम ने 25 वर्षीय पेशेंट देवेश शर्मा के शरीर से 14 किलो का ट्यूमर (Tumor) सफलतापूर्वक निकाल कर इतिहास रच दिया है.
डॉक्टर्स की मानें तो, लगभग 50 दिनों के इलाज और करीब 8 घंटों की सर्जरी के बाद देवेश के शरीर से ट्यूमर निकाला जा सका. फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के सीटीवीएस के हेड और संचालक डॉ. उद्गीथ धीर ने बताया कि ये ऑपरेशन करना बेहद मुश्किल था. हम कई बार नहीं समझ पा रहे थे कि आखिर ये ट्यूमर कहां तक है. इसको निकालने में सबसे ज्यादा डर इस बात का था कि ब्लड बहना शुरू हो गया तो उसको रोकने के लिए बेहद कम ऑप्शन होते हैं और फिर शायद हालात भी काबू में नहीं आते.
मरीज देवेश के इलाज के समय उनके साथ-साथ उनके परिवार वालों ने भी काफी हिम्मत दिखाई. दरअसल, इस केस के कॉम्प्लीकेशन्स ज्यादा थीं. लेकिन फिर भी ये मुश्किल काम सफलतापूर्वक पूरा हो गया.
साल 2020 में भारत में कैंसर के 14 लाख मामले
नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2020 में भारत में करीब 14 लाख कैंसर के मामलों का अनुमान लगाया गया था. ऐसे में इस तरह के केस में सफल होने की गारंटी ना के बराबर ही होती है. क्योंकि इस तरह के ट्यूमर मरीज की हृदय धमनियों के लगा होने के कारण ट्यूमर निकालना कई बार नामुमकिन हो जाता है. पर यहां इस 8 घंटे के ऑपरेशन ने डॉक्टर्स ने वो कमाल कर दिया जो मेडिकल साइंस में चमत्कार ही है.