झारखंड में सामने आए बर्ड फ्लू के मामलों ने राज्य सरकार को डरा दिया है. बर्ड फ्लू के मामले रांची के सरकारी पोल्ट्री फार्म में मिले हैं. इसके बाद से झारखंड सकरकार अलर्ट मोड में आ गई है.
एक अधिकारी एजेंसी को बताया कि रांची के एक सरकारी पोल्ट्री फार्म होटवार में 1,745 मुर्गियों सहित करीब 2,196 पक्षियों को मार दिया गया. इनके 1697 अंडे भी नष्ट कर दिए गए. अधिकारियों ने बताया कि इनके सैंपल में एच5एन1 की मौजूदगी पाई गई थी. यह एक प्रकार का एवियन इन्फ्लूएंजा ए वायरस है, जो पक्षियों में बीमारी का कारण बनता है.
क्या है बर्ड फ्लू?
> बर्ड फ्लू को एवियन इन्फ्लुएंजा भी कहते हैं, जो एक वायरल इन्फेक्शन है. ये पक्षियों से पक्षियों में फैलता है और ज्यादातर पक्षियों के लिए जानलेवा भी साबित होता है.
> अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (CDC) के मुताबिक, बर्ड फ्लू आमतौर पर जंगली पक्षियों के जरिए पालतू पक्षियों में फैलता है. सीडीसी का कहना है कि ये वायरस पक्षियों की आंतों या श्वसन तंत्र पर हमला करता है और उन्हें बीमार कर देता है. कई मामलों में इससे पक्षियों की मौत भी हो जाती है.
> ये वायरस भी आम वायरस की तरह ही फैलता है. सीडीसी का कहना है कि संक्रमित पक्षी की लार, नाक से निकलने वाला लिक्विड या मल के जरिए वायरस फैल सकता है. ऐसे में जब दूसरा पक्षी इससे संपर्क में आता है, तो वो भी संक्रमित हो सकता है.
क्या इंसानों में भी फैल सकता है?
> विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, बर्ड फ्लू या एवियन फ्लू A टाइप का इन्फ्लुएंजा वायरस है, जो इंसानों के साथ-साथ जानवरों को भी संक्रमित कर सकता है. जब कोई इंसान किसी संक्रमित पक्षी से सीधे तौर पर संपर्क में आता है तो उसके भी बर्ड फ्लू से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है.
> सीडीसी के मुताबिक, अभी तक इंसानों के बर्ड फ्लू से संक्रमित होने के मामले कम ही सामने आए हैं. लेकिन इंसान भी बर्ड फ्लू से संक्रमित हो सकते हैं.
> बर्ड फ्लू का सबसे खतरनाक वायरस H5N1 होता है. H5N1 से संक्रमित होने पर ज्यादातर लोगों की मौत हो जाती है.