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Omicron symptoms: गले में खराश, सर्दी-जुकाम या ओमिक्रॉन का संक्रमण? जानें- कब है अलर्ट होने की जरूरत

Omicron in India: गले में खराश ओमिक्रॉन के लक्षणों में से एक है. हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आपकी कोई आपकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है या आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में नहीं आए हैं जो यात्रा से लौटा है, तो मामूली लक्षणों के दिखने पर टेस्ट कराने से बचना बेहतर है.

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गले में खराश ओमिक्रॉन का एक लक्षण है
गले में खराश ओमिक्रॉन का एक लक्षण है
स्टोरी हाइलाइट्स
  • गले में खराश है ओमिक्रॉन का एक लक्षण
  • वैक्सीन लगे लोगों में ओमिक्रॉन का हो रहा मामूली संक्रमण
  • विशेषज्ञ बोले- घबराने की जरूरत नहीं

भारत में कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, इसके लक्षणों को लेकर लोगों की चिंता भी बढ़ रही है. गले में खराश, या बिना खांसी-जुकाम के सिर्फ गले में खराश, नाक बहना या जम जाना जैसे लक्षण ओमिक्रॉन के कुछ शुरुआती लक्षण हैं. इनमें से सिर्फ एक लक्षण दिखने पर भी कई लोग ये सोच रहे हैं कि उन्हें ओमिक्रॉन का संक्रमण हो सकता है और इसलिए उन्हें टेस्ट करा लेना चाहिए. लेकिन सिर्फ एक लक्षण के दिखने पर ये मानना कि आपको ओमिक्रॉन का संक्रमण है, विशेषज्ञों के मुताबिक, ये गलत है.

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भायखला मुंबई, के मासीना अस्पताल में कंसल्टिंग चेस्ट फिजिशिययन, एमडी चेस्ट एंड ट्यूबरकुलोसिस, डॉ सुलेमान लधानी कहते हैं, 'हमने पाया है कि गले में खराश होना ओमिक्रॉन के लक्षणों में से एक है. लेकिन सिर्फ गले में खराश होने का मतलब ये नहीं है कि आप ओमिक्रॉन से संक्रमित हैं.'

वो आगे बताते हैं, 'लेकिन, यदि आप उन लोगों के संपर्क में आए हैं जो किसी यात्रा से लौटे हैं या यदि आपके गले में खराश के साथ-साथ बहती नाक, बुखार या शरीर में दर्द है, तो आपको कोविड के लिए टेस्ट करवाना चाहिए. सिर्फ गले में खराश होने का मतलब ये नहीं है कि आपको ओमिक्रॉन का संक्रमण है. यह सिर्फ मौसमी फ्लू हो सकता है. इसमें घबराने की जरूरत नहीं है.'

WHO दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने ओमिक्रॉन को लेकर अपने एक बयान में कहा कि अब तक हम जो जानते हैं, ओमिक्रॉन डेल्टा वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता प्रतीत होता है, जिसे पिछले कई महीनों में दुनिया भर में मामलों में बढ़ोतरी के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है.

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पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि जिन लोगों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है, वो भी ओमिक्रॉन से संक्रमित पाए गए हैं. जिसका अर्थ है कि ओमिक्रॉन का धीरे-धीरे कम्युनिटी ट्रांसमिशन हो रहा है. हालांकि, ये बात भी कही जा रही है कि जिन लोगों ने कोविड वैक्सीन की दोनों डोज ली है, उनमें संक्रमण काफी हल्का हो रहा है.

हैदराबाद के यशोदा अस्पताल में कंसल्टेंट इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ गोपी कृष्ण येदलपति ने एक इंटरव्यू में कहा, 'ओमिक्रॉन से संबंधित संक्रमण बहुत हल्के होते हैं. इसमें गले की समस्याएं, भूख न लगना और हल्की कमजोरी शामिल हैं.'

उन्होंने आगे कहा, 'राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आंकड़ों के अनुसार, ओमिक्रॉन के अधिकांश मामलों में खांसी, सर्दी, सांस फूलना, गंध और स्वाद की कमी जैसे पारंपरिक लक्षण नहीं देखे गए हैं. ऐसे में, अगर आपकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है या आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में नहीं आए हैं जो यात्रा से लौटा है या फिर संक्रमण के ज्यादा जोखिम वाले फील्ड में काम नहीं करते हैं और आपको गले या शरीर में दर्द जैसे मामूली लक्षण हैं तो अनावश्यक टेस्ट से बचना बेहतर है.' 

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