उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में बुखार से हो रही मौतों का रहस्य खुलने लगा है. जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने डब्ल्यूएचओ के दावे के आधार पर कहा कि यह डेंगू वायरस का हेमरोजेनिक नाम का वेरिएंट है, यह बहुत ही खतरनाक है, इससे रोगी को तेजी से बुखार आता है और उसकी प्लेटलेट्स गिरने लगती हैं, साथ ही ब्लीडिंग भी शुरू हो जाती है.
डीएम चंद्र विजय सिंह का दावा है कि यह मच्छर के काटने से ही पनपता है और लोगों को चाहिए कि वह गली मोहल्ले में कहीं भी गंदा पानी जमा न होने दें. कूलर में या मटके में या कहीं अन्य जगह पर कोई पानी जमा न होने दें. अगर कहीं पानी जमा होता है तो उसको तत्काल साफ करें.
डीएम चंद्र विजय सिंह आज खुद माइक लेकर बुखार से संक्रमित इलाके झलकारी नगर, ऐलान नगर, कैलाश नगर, कौशल्या नगर, सुदामा नगर में पहुंचे. माइक लगाकर अनाउंसमेंट किया. लोगों को सावधान किया और लोगों से हाथ उठाकर आश्वासन लिया कि वे अपनी गली मोहल्ले में जाकर लोगों को खुद समझाएंगे और खुद भी सफाई रखेंगे.
मोहल्ला वाइज चेकिंग अभियान शुरू
आजतक से बात करते हुए डीएम चंद्र विजय सिंह ने कहा कि हम लोग मोहल्ला वाइज चेकिंग कर रहे हैं, ताकि लोग भी जागरुक हो, मेरे द्वारा भी लोगों को माइक लगाकर जागरुक किया जा रहा है, लोगों ने हमें आश्वासन भी दिया है कि वह अपने इलाके की गंदगी दूर करेंगे. अगर कूलर में पानी है तो उसको साफ करना है.
डीएम चंद्र विजय सिंह ने कहा कि मुझे डब्ल्यूएचओ की टीम ने बताया है कि यह हेमरोजेनिक डेंगू है. यह बहुत खतरनाक टाइप का डेंगू है, इससे प्लेटलेट्स अचानक से एक साथ कम हो जाते हैं और उनको ब्लीडिंग भी होती है, इसको रोकने के लिए जन-जन को जागरुक होना पड़ेगा.
फिलहाल, फिरोजाबाद में बुखार से मरने वालों की संख्या पर कंफ्यूजन बरकरार है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो दिन पहले कहा था कि 32 बच्चों समेत 39 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं मंगलवार को बीजेपी विधायक मनीष असीजा ने 52 मौतों का दावा किया था, जबकि डॉ. एके सिंह ने मृतकों की संख्या 41 बताई थी.