ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से बेहद ही अजीबो-गरीब मामला देखने को मिला है. जहां पर एक नवजात रीढ़ की हड्डी में गड़बड़ी के साथ पैदा हुआ. डॉक्टर्स ने बच्चे की पूंछ (टेल) का ऑपरेशन कर उसे हटाने में कामयाबी हासिल की. बताया जा रहा है कि अबतक दुनिया में इस तरह के 195 मामले सामने आ चुके हैं. मानव पूंछ एक दुर्लभ जन्मजात स्थिति है. (world's first recorded bony tail in the thoracic region.)
रीढ़ की हड्डी में गड़बड़ी के साथ पैदा हुआ नवजात
डॉक्टर्स का कहना है कि यह वक्ष क्षेत्र में दुनिया की पहली दर्ज की गई बोनी टेल है. सर्जरी करने वाले प्रोफेसर डॉक्टर अशोक कुमार महापात्रा ने बताया कि भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में 'पूंछ' को हटा दिया गया. उन्होंने बताया कि नवजात की रीढ़ की हड्डी में विसंगति थी और उसकी पीठ के ऊपरी हिस्से में पूंछ थी. बच्चे का जन्म पुरी जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ था. जिसके बाद इसे निजी अस्पताल लाया गया था. (only known case of a bony human tail in thoracic region)
डॉक्सर्स ने सफल ऑपरेशन कर पूंछ को हटाया
बताया जा रहा है कि मानव पूंछ एक दुर्लभ जन्मजात स्थिति है और दुनिया में अब तक इस तरह के 195 मामले सामने आ चुके हैं. लेकिन एक वास्तविक हड्डी वाली मानव पूंछ बहुत दुर्लभ है और ऐसे 26 मामले सामने आए हैं और वे सभी अनुमस्तिष्क क्षेत्र में रीढ़ के निचले सिरे पर पाए गए हैं. बच्चे की तीन सर्जरी हो चुकी हैं, पिछले साल 25 नवंबर को हुई थी. डॉक्टर्स का कहना है कि यह एक दुर्लभ मामला है और आम जनता को इसके बारे में पता होना चाहिए.
दुनिया में अब तक ऐसे 195 मामले सामने आए हैं
डॉक्टर महापात्रा ने न्यूरोसर्जन डॉक्टर रामचंद्र देव के साथ मिलकर पूंछ को हटाने के लिए एक सर्जरी की. प्रो. महापात्रा ने कहा कि गर्भ में अधिकांश नवजातों की एक पूंछ उगती है, जो आठ सप्ताह तक गायब हो जाती है. कभी-कभी हालांकि, भ्रूण की पूंछ गायब नहीं होती है और बच्चा इसके साथ पैदा होता है. फिलहाल बच्चे की हालत ठीक है.