India new covid 19 cases: कोरोना के मामलों में फिर एक बार उछाल देखने को मिल रहा है. महाराष्ट्र और केरल जैसे राज्यों ने बढ़ते मामलों को देखते हुए एडवाइजरी भी जारी कर दी हैं. कहा जा रहा है कि मुंबई में पिछले तीन दिनों में कोविड के 150 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं, पिछले पांच दिनों में औसतन हर दिन 10 लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा है. शुक्रवार को राज्य में 477 नए मामले सामने आए थे जिनमें से 178 मुंबई में थे. महाराष्ट्र में कोविड के नए एक्स बी बी सब-वेरिएंट (XBB sub variant) का भी मरीज मिला है. इस कारण एक्सपर्ट सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं. उनका मानना है कि दिवाली से पहले और बाद में त्योहार के जश्न के दौरान बाजारों में ज्यादा भीड़ के कारण कोरोना के मामले बढ़ सकते हैं.
इस समय बढ़ सकते हैं मामले
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई के स्वास्थ अधिकारियों का मानना है कि सर्दियों में कोरोना के मामलों की संख्या में वृद्धि की उम्मीद है. वहीं मुंबई के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि वे मुंबई में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों के मामलों की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं क्योंकि यह भी एक संक्रामक रोग है जो छींकने से दूसरे लोगों में फैल सकता है. हो सकता है कुछ लोग कोरोना से संक्रमित हों और वह इसे सामान्य सर्दी-खांसी मानकर कोविड टेस्ट ना कराएं और तब तक वह दूसरों तक भी यह वायरस पहुंचा दें. विशेषज्ञों ने कोविड-19 से बचे रहने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी है.
ओमिक्रॉन की संक्रामकता कम रहेगी
मुंबई में कोविड टास्क फोर्स का हिस्सा रहे डॉ. राहुल पंडित के मुताबिक, "संक्रमितों की संख्या में वृद्धि और गिरावट काफी पिछले कुछ समय से दिखने मिल रही है. जब तक कोई नया वैरिएंट नहीं आता तब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट की संक्रामकता कम रहेगी. हालांकि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है बल्कि सावधान रहने की जरूरत है. भीड़-भाड़ वाले इलाकों में फिर से मास्क पहनना शुरू कर देना चाहिए. यदि परिवार में कोई बीमार है या किसी की इम्यूनिटी कमजोर है तो उसे मास्क लगाने की सलाह दें."
वहीं मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया, नागरिक निकाय कोविड के लिए इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र रेस्प्रिरेट्री इंफेक्शन (SARI) के रोगियों की टेस्टिंग तेजी से कर रहा है जिसमें टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट शामिल है. सभी हॉस्पिटल्स से संदिग्ध मरीजों के नमूने इकट्ठे किए जा रहे हैं. वहीं अगर किसी का सैंपल पॉजिटिव है तो उसकी जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए टेस्टिंग की जा रही है.
ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट की भी एंट्री
एशियाई अस्पताल फरीदाबाद की कंसल्टेंट फिजिशियन और संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. चारु दत्त अरोड़ा (Dr Charu Dutt Arora) के मुताबिक, 'ओमिक्रॉन स्पॉन' नाम का एक नया वैरिएंट जिसे तकनीकी रूप से बीए.5.1.7 और बीएफ 7 नाम दिया गया है. यह पहली बार चीन के मंगोलिया में पाया गया था. इस वैरिएंट के बारे में यह बताया गया था कि पिछले दो हफ्तों में यह वैरिएंट संयुक्त राज्य अमेरिका में (0.8 से 1.7%) दोगुना हो गया है. यूके, जर्मनी और फ्रांस जैसे यूरोपीय देशों में इस वैरिएंट के लगभग 15-25 प्रतिशत मामले हैं."
नए सब-वैरिएंट के लक्षण
राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार ग्रुप वैक्सीनेशन (NTAGI) के चेयरमैन डॉ. एन.के.अरोड़ा (Dr N.K. Arora) के मुताबिक, इस वैरिएंट के लक्षण भी अन्य कोविड-19 वैरिएंट की तरह ही हैं. बदन दर्द इस वैरिएंट का मुख्य लक्षण है. इसके अलावा सर्दी, खांसी आदि भी इस नए सब-वैरिएंट के लक्षण हो सकते हैं.