वैसे तो तनाव यानी स्ट्रेस मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ परिस्थितियों में तनाव आपके लिए अच्छा भी हो सकता है. गुड स्ट्रेस के नाम से जाना जाने वाला तनाव किसी भी अच्छे काम को करने से पहले और किसी चीज को लेकर अधिक उत्साहित होने पर नजर आता है. गुड स्ट्रेस आपके मेंटल, फिजिकल और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए अच्छा हो सकता है.
गुड स्ट्रेस क्या होता है?
मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक, गुड स्ट्रेस जिसे यूस्ट्रेस कहते हैं यह एक प्रकार का तनाव है, जो अधिक उत्साहित होने पर महसूस होता है. इस दौरान हमारा पल्स रेट तेज हो जाता है और हार्मोन बढ़ जाते हैं पर इसमें कोई खतरा या डर नहीं होता. उदाहरण के तौर पर फैमिली प्लानिंग, नए व्यक्ति के साथ डेट पर जाना या अपनी जिंदगी की शुरुआत करना, प्रमोशन और नए जॉब की तैयारी करना ये सभी काम करते वक्त हमें जो तनाव होता है वही गुड स्ट्रेस कहलाता है.
गुड स्ट्रेस के फायदे
1. गुड स्ट्रेस मेमोरी को सपोर्ट करता है. जैसे एग्जाम के दौरान, जब हमें स्ट्रेस होता है तो हम चीजों को ज्यादा गहराई से समझ पाते हैं और इससे मेमोरी इम्प्रूव होती है.
2. जब आप तनावपूर्ण स्थिति का सामना करते हैं, तो यह आपको अपने बारे में, अपनी एबिलिटी और अपनी सीमाओं के बारे में अधिक जानने में मदद करता है. इससे व्यक्ति के अंदर फ्लेक्सिब्लिटी बढ़ती है और वह आगे चलकर अपने जीवन में चुनौतियों का सामना डटकर करता है.
3. गुड स्ट्रेस एनर्जी लेवल को भी बढ़ाता है. जब ज्यादा उत्साह के कारण किसी व्यक्ति को स्ट्रेस महसूस होता है,तो उस काम को ज्यादा एनर्जी के साथ प्रभावी ढंग से परफॉर्म कर पाता है. सकारात्मक तनाव डोपामाइन के उत्पादन को बढ़ा देता है, जिससे व्यक्ति को खुशी महसूस होती है.
4. गुड स्ट्रेस या शार्ट टर्म स्ट्रेस ब्रेन में न्यूरोट्रॉफिन केमिकल के उत्पादन को बढ़ाता है और ब्रेन में न्यूरॉन्स के बीच के कनेक्शन को मजबूत करता है. इस प्रकार यह ब्रेन पॉवर को बूस्ट कर मेंटल हेल्थ कंडीशंस के लिए सकारात्मक साबित हो सकता है.
5. गुड स्ट्रेस से इंसान की प्रोडक्टिविटी बढ़ जाती है. गुड स्ट्रेस से आपके ऊपर अपना बेस्ट देने का प्रेशर बनता है और आप किसी भी कार्य को अधिक प्रभावी ढंग से पूरा कर पाते हैं.