भावनाओं का सीधा असर शरीर के अलग-अलग अंगों पर पड़ता है. गुस्सा लिवर को, दुख फेफड़ों और इम्यून सिस्टम को, चिंता तिल्ली को और डर किडनी को प्रभावित करता है. इन भावनाओं को नियंत्रित करने के लिए व्यायाम, संतुलित आहार, सामाजिक संपर्क और प्रकृति के साथ समय बिताने जैसे उपाय सुझाए गए हैं.