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भिंड हत्या की गुत्थी: नाबालिग की बेरहम करतूत

भिंड के स्कॉलर्स पब्लिक स्कूल में एक आम बोर्डिंग स्कूल की तरह सब कुछ सामान्य चल रहा था लेकिन 28 नवंबर के बाद से, जिस दिन यहां एक बेहद खौफनाक साजिश को अंजाम दिया गया, सन्नाटा पसरा है.

भोपाल हॉस्टल
भोपाल हॉस्टल
अपडेटेड 14 दिसंबर , 2011

भिंड के स्कॉलर्स पब्लिक स्कूल में एक आम बोर्डिंग स्कूल की तरह सब कुछ सामान्य चल रहा था लेकिन 28 नवंबर के बाद से, जिस दिन यहां एक बेहद खौफनाक साजिश को अंजाम दिया गया, सन्नाटा पसरा है.

यहां के पांचवीं क्लास के छात्र गौरव गुप्ता के उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के छौना-मानपुरा कस्बे में रहने वाले और किराना दुकानदार पिता हरिशंकर गुप्ता को इस दिन खबर दी गई कि उनके इकलौते बेटे ने होस्टल की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली है. गौरव ने स्कूल में इसी शैक्षणिक सत्र में दाखिला लिया था.

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखा तो जो खुलासा हुआ, उसे देखकर सभी सन्न रह गए. पता चला कि गौरव को एक सीनियर छात्र ने पांच मंजिला होस्टल की छत से फेंका था.

दसवीं में पढ़ने वाले आरोपी छात्र आनंद भदौरिया ने पुलिस को बताया कि इस काम के लिए उसे होस्टल के ही वार्डन अशोक ने उकसाया था. फिलहाल आनंद और अशोक दोनों ही जेल की सलाखों के पीछे हैं.

गौरव के पिता और मां प्रभादेवी को आत्महत्या की बात पर भरोसा नहीं हुआ क्योंकि गौरव ने उन्हें कई बार बताया था कि वार्डन उसकी बेदर्दी से पिटाई करता है. घटना के एक दिन पहले भी उसने मां को बताया था कि वार्डन ने उसे पीटा है.

घटना के दो दिन पहले से केवल एक को छोड़कर होस्टल के सभी सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े थे. भिंड के एसपी अनुराग कुमार बताते हैं कि फुटेज में आनंद को सोते हुए गौरव को उठाकर ले जाते साफ देखा जा सकता है.

उसने पहले तो गौरव के कमरे का मुआयना किया जैसे ही वह सो गया, आनंद उसे उठाकर फेंक आया और बड़े आराम से नीचे आकर टीवी देखने लगा.

पूछताछ में आनंद ने बताया कि वार्डन ने गौरव को छत से फेंकने के बदले उसे परीक्षा में अस्सी फीसदी अंक दिलवाने का वादा किया था. उसने गौरव के साथ अप्राकृतिक यौनाचार की बात भी कबूल की और बताया कि गौरव उसकी शिकायत करने वाला था इसलिए उसने हत्या की साजिश रची.

पुलिस अब यह पता लगा रही है कि क्या आनंद दूसरे छात्रों के साथ भी ऐसी ही हरकत करता था और इसमें वार्डन की क्या भूमिका थी.

जांच में यह भी पता चला है कि नियमों को धता बताते हुए होस्टल के एक कमरे में दस-दस बच्चों को ठूंस कर रखा जाता था. धर्मेंद्र सिंह कुशवाहा का यह स्कूल पहले भी विवादों में रह चुका है जब चार साल पहले यहां 11वीं क्लास के छात्र अख्तर खान और पांच साल पहले टीचर एलिस क्रिश्चियन की संदिग्ध मौत हो गई थी.

पुलिस यह भी जानना चाह रही है कि जब आनंद ने गौरव को उठाया तो उसने शोर क्यों नहीं मचाया. गौरव का विसरा जांच के लिए भेजा गया है. 16 साल के आनंद ने जिस शातिराना तरीके से हत्या को अंजाम दिया है, उसे देखकर पुलिस भी हैरत में है.