21वीं सदी के इस दौर में भी देश के कई हिस्सों में आज भी अंधविश्वास कायम है. कुछ ऐसा ही देखने को मिला दरभंगा के कुशेश्वरस्थान में जहां एक सप्ताह पहले नाव दुर्घटना में डूबे व्यक्ति को जिंदा निकालने के लिए महिला तांत्रिक ने नदी किनारे खूब ड्रामा किया. नदी में डूबे व्यक्ति को जिंदा निकालने के लिए महिला लगातार पानी में गोते लगाती रही.
नदी में डूबे व्यक्ति को जिंदा नदी से बाहर निकालने का दावा कर रही महिला तांत्रिक लगातार अपनी पूरी टीम के साथ कई घंटों तक किनारे पर ड्रामा करती रही.
पहले नदी के तट पर पानी में डूबे व्यक्ति के परिजनों को स्नान कराकर और हाथ जोड़ बैठा दिया गया और फिर तांत्रिक के सहयोगी झाल मृदंग की धुन पर झूमते गाते रहे.
महिला तांत्रिक ने पहले आत्मा के वहां मौजूद होने का ड्रामा किया लेकिन जब नदी में डूबा व्यक्ति बाहर नहीं आया तो बाद में महिला तांत्रिक खुद नदी के पानी में प्रवेश कर गोते लगाने लगी. महिला ने दोनों हाथ पानी में डाल कर डूबे हुए व्यक्ति को निकालने का खूब ड्रामा किया.
जब अंत तक उसे कोई सफलता नहीं मिली तो तांत्रिक महिला बाद में इस मामले को देखने का बहाना करते हुए वहां से निकल गई. वहीं दूसरी तरफ तांत्रिक के इस खेल को देखने के लिए कई गावों से हजारों लोगों की भीड़ कमला नदी के किनारे उमड़ पड़ी. वहां मौजूद भीड़ बीच-बीच में कमला मइया के जयकारे भी लगाती रही.
हैरान करने वाली बात ये है कि नदी किनारे अंधविश्वास का यह ड्रामा घंटों तक चलता रहा और हजारों लोग वहां जमा रहे लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी.
बता दें कि कुशेश्वरस्थान प्रखंड के कमला बलान नदी के कोनिया गांव में 21 तारीख को नाव हादसा हुआ था जिसमें 12 लोग डूब गए थे. इसमें से 10 लोगों को बचा लिया गया था लेकिन दो छात्र लापता हो गए था जिसमे से एक का शव मिला था जबकि दूसरे का शव अब तक नहीं मिला.