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बिहार

बिहार: बाढ़ पीड़ितों ने केंद्रीय मंत्री से मांगी रोटी, जवाब मिला- सरकार के लिए यह संभव नहीं

बाढ़ पीड़ितों ने BJP नेता से मांगी रोटी तो मिला उलटा जवाब
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बिहार में गंगा सहित कई नदियां उफान पर हैं. इससे कई इलाकों में बाढ़ का पानी भर गया है. इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बाढ़ की वजह से लोगों को अपना घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ गया है. राघोपुर में आई बाढ़ की वजह से हजारों लोगों को परिवार के साथ हाजीपुर में बने राहत कैंपों में रह रहे हैं. 

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एनएच से सटे तेरसिया में बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत कैंप बनाया गया है जहां लोगों के लिए कम्युनिटी किचन की शुरुआत की जा चुकी है. राहत कैंप में अचानक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय पहुंचे तो लोगों ने उन्हें घेर लिया और व्यवस्था को लेकर शिकायत करने लगे. 

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लोगों की शिकायत थी कि सरकार से बोलकर छोटे बच्चों के लिए रोटी का इंतजाम करा दिया जाए, लेकिन मंत्री ने कह दिया कि रोटी का इंतजाम करना सरकार के बस की बात नहीं.  लोग ने मंत्री को शिकायत सुनाना शुरू किया तो उनके सुरक्षाकर्मी वीडियो बनाने से रोकने लगे. 

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बताया जाता है कि बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए बने कैंप में खाने का इंतजाम तो है लेकिन यहां पर सुबह-शाम चावल ही दिया जा रहा है. कैंप में रह रहे लोगों का कहना है कि सिर्फ चावल दिए जाने से छोटे-छोटे बच्चे बीमार हो रहे हैं.

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बीमार बच्चों के कारण बाढ़ से प्रभावित लोगों की मुश्किल बढ़ रही है. इसलिए नित्यानंद राय के पहुंचने के बाद लोग रोटी का इंतजाम करने की मांग कर रहे थे. नित्यानंद राय पटना से समस्तीपुर के लिए जा रहे थे. एनएच किनारे बाढ़ प्रभावित लोगों को देखकर रुके तो लोगों ने अपनी समस्या बताई जिसे मंत्री ने लोगों की बातों को मजाक में उड़ा दिया और निकल गए. 

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एक पीड़ित महिला ने बताया कि कैंप में 10 दिन से सिर्फ चावल मिल रहा है. बच्चों की तबीयत खराब हो रही है. दवाई भी नहीं मिल रही है. जिसकी वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सरकार की तरफ से ठीक तरह से ध्यान नहीं दिया जा रहा है. 

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