मंगलवार को बिहार विधानसभा में भारी हंगामा हुआ. बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधयेक पर चर्चा के दौरान ये बवाल हुआ है. विपक्ष के विधायकों और सुरक्षाबलों में झड़प देखने को मिली. विपक्षी विधायक धरने पर भी बैठ गए. हंगामा इतना बढ़ गया कि विधानसभा अध्यक्ष को मार्शल के अलावा भारी पुलिस बल बुलाना पड़ा. एक विधायक सत्येंद्र कुमार ने आरोप लगाया है कि उनके साथ बदसलूकी हुई है, एसपी ने छाती पर मारा है. हालांकि, तमाम बवाल के बीच बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधयेक पास हो गया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिल की अच्छाई गिनाईं.
(फोटो- दीपक कुमार)
बताया जा रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर के बाहर हाथापाई और मारपीट की नौबत आई. सदन में प्रस्ताव पास कराने के दौरान अध्यक्ष की कुर्सी तक विपक्ष के विधायक पहुंच गए और अध्यक्ष के हाथ से विधेयक खींचने की कोशिश की. विधानसभा अध्यक्ष को चेंबर से निकालने के लिए पटना के डीएम और एसएसपी तक को जुटना पड़ा. स्पीकर के चैंबर के बाहर विपक्षी विधायकों को हटाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. विपक्षी विधायकों और पुलिसवालों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई.
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विधानसभा में भारी हंगामे के बीच बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधयेक पेश हुआ. इस दौरान नीतीश कुमार मुर्दाबाद के नारे लगे, जिसके बाद सदन स्थगित कर दिया गया. इधर, लालू प्रसाद यादव ने भी ट्वीट करके नीतीश सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि लोहिया जयंती पर नीतीश में हिटलर, मुसोलिनी और पोल पॉट की आत्मा समा गई है. वह तिलमिलाए जा रहे हैं. वहीं, तेजस्वी यादव ने कहा कि सदन के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब पुलिस सदन के अंदर आई. एसपी और डीएम मौजूद थे, डीएम ने खुद विधायकों को सदन से घसीटकर बाहर किया, ये काला दिन है. तेजस्वी ने ये भी कहा कि लाखों लोग विधायकों को चुन कर भेजते हैं, किसी महिला विधायक के बाल खींचे गए तो किसी विधायक को लात और जूते से मारा गया.
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इससे पहले बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक के खिलाफ विधानसभा घेराव की ओर बढ़े उग्र आरजेडी नेताओं और कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल कर रोकने की कोशिश की गई. बिहार स'शस्त्र पुलिस बल विधेयक के खिलाफ तेज प्रताप समेत आरजेडी के नई नेता शामिल हैं.
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वहीं, विधेयक का विरोध कर रहे विधायकों ने आरोप लगाया कि सुरक्षा बलों ने उनके साथ बुरा बर्ताव किया. विधायक सत्येंद्र कुमार ने कहा कि पुलिस अधीक्षक ने उन्हें छाती पर मारा है और बिहार विधानसभा में लोकतंत्र की हत्या हुई है. इससे पहले मंगलवार सुबह भी राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने पटना में पुलिस के साथ झड़प की थी.
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जानकारी के मुताबिक RJD नेता तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव के नेतृत्व में राजद समर्थकों ने विधानसभा के बाहर भी प्रदर्शन किया था. इस दौरान उन्होंने विधानसभा घेरने की कोशिश की तो पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया, जिससे RJD के कार्यकर्ता भड़क गए और पत्थरबाजी करने लगे. उन्होंने बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने जमकर लाठियां मारीं.
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इसके बाद भी तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव के नेतृत्व में हजारों की संख्या में आरजेडी कार्यकर्ता पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे. इस दौरान पुलिस और प्रशासन की तरफ से लगातार यह अपील की जाती रही कि वे संयम से काम लें. भीड़ विधानसभा की ओर आगे बढ़ने के लिए आमादा थी. इस दौरान बैरीकेडिंग तोड़ी गई और धक्का-मुक्की भी की गई. भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस की तरफ से वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया.
(फोटो- ANI)
सदन के बाहर तेजस्वी ने कहा कि बिहार सशस्त्र पुलिस बल विधेयक काला कानून है और इसे किसी भी हालत में सदन में पास नहीं होने दिया जाएगा. वहीं, विपक्ष के विधायकों का कहना है कि इस विधेयक के जरिए बिहार पुलिस को कई सारे नए अधिकार दिए गए हैं. इसमें वारंट के बिना गिरफ्तारी के साथ-साथ हिरासत में मौत के मामले पर भी पुलिस के खिलाफ गंभीर मामला दर्ज नहीं करने की बात शामिल है.
(फाइल फोटो)