ये भीड़तंत्र के भद्दे न्याय का एक और उदाहरण है, जो शनिवार को बिहार के एक गांव में नजर आया. एक गुटखा और फोन रिचार्ज वाउचर चुराने के आरोप में 12 साल के लड़के को भीड़ ने पीट पीटकर मार डाला. ये सब हुआ गांव की पंचायत के सामने, जो कथित तौर पर न्याय करने बैठी थी. अखबारी रपटों के मुताबिक पूर्णिया के थाडी गांव में हुए इस मामले में पुलिस ने केस आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
13 साल के पिंटू और 12 साल के छोटू पर गांव की ही एक किराने की दुकान से गुटखे के पाउच और मोबाइल फोन का टॉक टाइम रिचार्ज करने के वाउचर चुराने का आरोप था. इन दोनों चीजों की कीमत जोड़कर भी 300 रुपये से कम बैठती थी.
दोनों लड़कों को पकड़कर गांव की पंचायत के सामने पेश किया गया. यहां दोनों ने अपने ऊपर लगे इल्जाम कबूल कर लिए. इसके बाद 13 साल के पिंटू के पिता ने पंचायत के सामने अपने बेटे को माफ करने के लिए गिड़गिड़ाकर माफी मांगी. पिंटू को छोड़ दिया गया.
मगर छोटू इतना खुशकिस्मत नहीं था. उसकी मां गांव में नहीं थी. पंचायत में मौजूद भीड़ ने सजा के तौर पर छोटू को पीटना शुरू कर दिया. इसके चलते उसे कई गंभीर चोटें आईं और इसके चलते वह शनिवार शाम को मर गया.
पूर्णिया के एसपी अजीत कुमार सत्यार्थी ने इस घटना की तस्दीक करते हुए कहा कि यह भीड़ के बर्बर न्याय का मामला है, इसकी जांच जारी है.