बिहार में पहली बार पटना में महिलाओं ने ऑटो रिक्शा का हैंडल थामा है. बैंक ऑफ़ बड़ौदा से लोन मिलने के बाद 14 महिलाओं ने ऑटो खरीदे हैं. सडकों पर ऑटो चलाकर बिहार की महिलाओं ने जता दिया कि वे भी किसी से कम नहीं हैं.
फिलहाल महिलाएं दिन में ही ऑटो चलाएंगी. महिलाओ ने बताया कि 35 महिलाएं पिछले कई महीनों से ऑटो चलाने की ट्रेनिंग ले रही हैं. अभी इनमें से सिर्फ 21 को ही लाइसेंस मिल पाया है. महिलाओं को अपनी सुरक्षा के लिए ऑटो चलाने के साथ-साथ जूडो-कराटे की भी ट्रेनिंग दी गई है.
पटना सिटी में बैंक ऑफ़ बरौदा द्वारा 14 महिलाओं को ऑटो खरीदने के लिए लोन दिया गया. लोन पाने के बाद इन महिला की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा. बिहार में पहली बार महिलाएं सड़कों ऑटो चलाती दिख रही हैं. महिला ऑटो चालक गुड़िया सिन्हा ने बताया कि वह काफी खुश है. उसे यह विश्वास ही नहीं हो रहा है कि वह एक प्रशिक्षित ऑटो ड्राइवर हो गई है. वहीं अनीता देवी ने बताया कि वह अभी ऑटो दिन में ही चलाएंगी. वह अपने पति और बच्चों की आर्थिक रूप से भी मदद कर पाएगी.
ऐसी महिलाओं में अभी भी असुरक्षा की भावना बनी हुई है. इसी कारण से महिलाओ ने जूडो-कराटे की ट्रेनिंग साथ-साथ ली है. ये रात में ऑटो चलाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही हैं.
इस महंगाई में खुद भी हिम्मत व मेहनत से आमदनी करने वाली ऐसी महिलाओं की सोच है कि इससे उनका परिवार खुशहाल होगा.