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बिहार में बर्ड फ्लू, 6000 से अधिक मुर्गियां मारी गईं

बिहार के पूर्णिया जिले के कई इलाकों में फैले बर्ड फ्लू के मद्देनजर अब तक 6,000 से अधिक मुर्गे और मुर्गियों को मारा जा चुका है, जबकि जिले में प्रभावित क्षेत्र के एक किलोमीटर के दायरे में मुर्गे और बत्तख रखने पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है.

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बिहार के पूर्णिया जिले के कई इलाकों में फैले बर्ड फ्लू के मद्देनजर अब तक 6,000 से अधिक मुर्गे और मुर्गियों को मारा जा चुका है, जबकि जिले में प्रभावित क्षेत्र के एक किलोमीटर के दायरे में मुर्गे और बत्तख रखने पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है.

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पूरे पूर्णिया शहर तथा इसके आसपास के इलाके में ऑपरेशन चलाया जा रहा है. पूर्णिया के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने गुरुवार को बताया कि ऑपरेशन के तहत अब तक 6,500 से ज्यादा मुर्गियां मारी गई हैं, जबकि 2000 अंडे को नष्ट किया गया है.

उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्र में एक किलोमीटर के दायरे में एक महीने तक किसी भी मुर्गे के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है. इस दौरान कोई भी व्यक्ति न मुर्गा रख सकता है और न चिकेन खा सकता है. वर्मा के मुताबिक इस निर्देश के पालन के लिए 16 चेक पोस्ट बनाए गए हैं जो अगले तीन महीने तक कार्य करेंगे.

इधर, राज्य के पशुपालन विभाग के निदेशक राजेश कुमार ने भी प्रभावित इलाकों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने प्रभावित क्षेत्र के 10 किलोमीटर के दायरे में जो मुर्गे 60 दिनों तक रहेंगे, उनका हर 15 दिन में सैम्पल लेकर जांच के लिए कोलकता भेजने का निर्देश दिया, ताकि तत्काल गड़बड़ी पकड़ी जा सके.

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उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय के वार्ड नंबर 15 स्थित एक सरकारी पाल्ट्री फार्म में पिछले सप्ताह 300 से ज्यादा मुर्गे-मुर्गियों की मौत हो गई थी. इसके बाद इनके खून के नमूने को जांच के लिए भेजा गया. जांच के बाद बर्ड फ्लू होने की पुष्टि हुई.

इसके बाद प्रभावित क्षेत्र से एक किलोमीटर की परिधि से सभी मुर्गे-मुर्गियों को मारने का आदेश दिए गए हैं. इसको लेकर सात सदस्यों वाले 15 दलों का गठन किया गया है.

मुर्गे और अंडे के आने-जाने पर रोक लगाने के लिए 16 स्थानों पर चेक पोस्ट बनाया गया है. जिला मुख्यालय में एक नियंत्रण कक्ष भी खोला गया है जो 24 घंटे पूरी स्थिति पर नजर रख रहा है.

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