
बिहार के मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी जिले के सीमावर्ती गांव राजखंड दक्षिणी में 80 सालों से अधुरे पड़े पुल के निर्माण का काम अबतक शुरू नहीं हो सका है. ग्रामीणों ने पुल पर बांस के फट्टे डालकर किसी तरह से आने जाने का जुगाड़ किया हुआ है. गांव वालों ने कई बार आवेदन देकर इस पक्के पुलिस की मांग की. ग्रामीणों का कहना है कि सीमावर्ती गांव होने के कारण इस पर कोई ध्यान नहीं देता.
आजादी से पूर्व ही राजखंड गांव के ग्रामीणों ने चंदा जोड़कर जमदाहा नदी पर ईंट से पुल बनवाने का काम शुरू किया था. लेकिन पुल का कार्य पूरा नहीं हो सका तभी से आजतक यह पुल अधूरा हैं. जमदाहा नदी के तटीय इलाके में बसा राजखंड दक्षिणी गांव के सैकड़ों परिवार अपनी जान जोखिम में डालकर इस पुल का इस्तेमाल कर रहे हैं.
इस अधूरे पुराने पुल के ऊपर बांस की चचरी पर आते जाते लोग को देखकर ग्रामीणों की परेशानी का अंदाजा लगाया जा सकता है. ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के समय नेता वोट मांगने आते हैं और पुल बन वाने का वादा भी पूरा करते हैं. 80 साल हो गए एक नेता अपने वादे को पूरा नहीं कर पाया है अब तक.