अंतरराष्ट्रीय सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों की लोकप्रियता और उनकी पहुंच को देखते हुए पर्यटन विभाग ने विश्वविख्यात सोनपुर पशु मेले को फेसबुक और माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर से जोड़ने का निर्णय किया है.
बिहार के पर्यटन मंत्री सुशील कुमार पिंटू ने इसकी पुष्टि करते हुए मंगलवार को कहा कि सोशल नेटवर्क पर पर्यटन विभाग पहले से मौजूद है. एक नई पहल के रूप में सोनपुर पशु मेले को भी फेसबुक और माइक्रोब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर से जोड़ा जाएगा.
इससे विदेशी पर्यटकों में प्रचार-प्रसार करने में मदद मिलेगी. उन्होंने बताया कि इससे गंगा और गंडक नदी के संगम पर होने वाले विश्वविख्यात पशु मेले से अधिक से अधिक विदेशी पर्यटकों को जोड़ने में सफलता हासिल होगी.
इस मेले का काफी प्रचार प्रसार होगा. हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर नवंबर महीने में सोनपुर पशु मेले की शुरुआत होती है. पिछले वर्ष विदेशी दर्शकों को लुभाने के लिए विभाग ने मधुबनी पेंटिंग से सजी-धजी विशेष झोपड़ियां बनायी थीं. सारण और वैशाली जिले की सीमा पर पर्यटकों को आकषिर्त करने के लिए कई योजनाएं हैं.
ऊंट, हाथी की सवारी तथा मनोरंजन के लिए विभिन्न प्रकार के नौटंकी थियेटरों का लुत्फ उठाने के लिए मेला प्रशासन द्वारा व्यवस्था की जाती है. दो नदियों के संगम पर प्रसिद्ध हरिहरनाथ मंदिर भी आकषर्ण का केंद्र है.
हालांकि फेसबुक पर निजी प्रयासों के तहत सोनपुर मेला का विवरण मौजूद है लेकिन विभाग अलग से भी विशेष रूप में विवरण उपलब्ध कराएगा. सोनपुर मेले को विश्व के सबसे बडे पशु मेले के रूप में ख्याति मिली हुई है.