बिहार में नीतीश कुमार की सभा में विरोध प्रदर्शन करने वाले 11 शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें बर्खास्त करने के आदेश दिए गए हैं.
बिहार में इन दिनों नीतीश कुमार के सुशासन पर सवाल उठ रहे हैं. जिस विधायक के पति ने सरेआम भीड़ के बीच बंदूक लहराई थी, उसके खिलाफ अबतक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. पुलिस ने भीड़ में से 11 लोगों के चेहरे तलाश लिए हैं, जो नीतीश का विरोध कर रहे थे.
सुशासन वाले बिहार की पुलिस की मुस्तैदी अजीब है. उत्पात कर रही भीड़ में से तो 11 लोगों को पहचान लिया गया, उनके खिलाफ कार्रवाई के आदेश भी दिए गए हैं, लेकिन खुलेआम बंदूक लहराते विधायक के पति के खिलाफ पुलिस को अब तक सबूत ही नहीं मिले हैं.
विरोधियों को मौका मिला है, इसलिए वे भुनाने में जुटे हैं. लालू प्रसाद कह रहे हैं कि नीतीश से जनता का मोह भंग हो चुका है.
नीतीश को अपने खिलाफ विरोध में सियासी साजिश की बू आ रही है. बोलने का अंदाज बदल गया है, कल तक उत्पातियों को चेतावनी देने वाले नीतीश अब शहादत की बात करने लगे हैं.
नीतीश भी समझ चुके हैं कि लोकतंत्र में ताकत से विरोध कुचलना खतरनाक हो सकता है, इसलिए अब शब्दों से विरोधियों की धार कुंद करने की कोशिश में है.