राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बुधवार को कहा कि कृषि के क्षेत्र में विकास जरूरी है, जिसके लिए दूसरी हरित क्रांति की आवश्यकता है. यहां बिहार कृषि रोड मैप का शुभारंभ करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि कृषि में किसानों को मुनाफा कैसे हो, इस पर अध्ययन होना चाहिए.
बिहार आने पर खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार की सभ्यता काफी पुरानी है और यहां आकर उन्हें प्रसन्नता हो रही है.
बिहार सरकार की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि सहकारिता के माध्यम से किसानों को कई स्थानों पर लाभ पहुंचाया गया है. कृषि के विकास के लिए दूसरी हरित क्रांति आवश्यक है.
कार्यक्रम के दौरान कृषि रोड मैप पर आधारित एक वृत्तचित्र भी दिखाया गया है. मुख्यमंत्री ने उन्हें कृषि रोड मैप की विस्तृत जानकारी दी.
कृषि रोड मैप पर पर अगले पांच वर्ष में 1.5 लाख करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. इसका लक्ष्य केवल उत्पादन में वृद्धि करना नहीं, बल्कि इसमें खाद्यान्न सुरक्षा, पोषण सुरक्षा, कृषि विकास का समावेषी मानवीय आधार, महिलाओं की व्यापक भागीदरी, किसानों की आमदनी में वृद्धि, रोजगार के सृजन तथा मजदूरों के पलायन पर रोक और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण व उपयोग को शामिल किया गया है.
इस मौके पर बिहार के राज्यपाल देवानंद कुंवर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित सभी मंत्री और अधिकारी उपस्थित थे. समारोह में राज्य के चुनिंदा 1,000 किसानों ने भी भाग लिया.
राष्ट्रपति करीब 12 बजे वायु सेना के विशेष विमान से पटना हवाई अड्डा पहुंचे, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री ने उनकी अगवानी की.