बिहार की जीतनराम मांझी सरकार के लिए नए कला व संस्कृति मंत्री मुसीबत का सबब बन सकते हैं. कला व संस्कृति मंत्री विनय बिहारी पर अश्लील गाना लिखने का एक पुराना मामला सामने आया है, जिसमें अदालत की नजर में वे न सिर्फ फरार घोषित हैं, बल्कि इस मामले में उनकी कुर्की-जब्ती और गिरफ्तारी का वारंट भी जारी है.
आरा के भोजपुरी संगठन द्वारा दायर याचिका पर हुई कार्रवाई में विनय बिहारी कई बार अदालत के सामने नहीं आए. इसके बाद 2012 से ही उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी है.
उधर, मंत्री विनय बिहारी ने कहा है कि उन्हें किसी ऐसे मुकदमे की जानकारी नहीं है.
शपथ ग्रहण के तुरंत बाद जब बिहार के नए नवेले मंत्री विनय बिहारी से आजतक ने गाना गाने की गुजारिश की, तो मंत्रीजी ने गाना गाया, 'मंत्री वही बनेगा, जो गाना गाएगा, विधायक सैंकड़ों में पहचाना जाएगा..'. गाना गाने वाला मंत्री तो बन गया, पर उसी मंत्री के लिए कोई गाना लिखना मुसीबत बन जाएगा, ये उन्होंने शायद ही सोचा होगा.
दरअसल अश्लील गाना लिखने के एक मामले में मंत्री विनय बिहारी सहित 13 लोग 2012 से ही अदालत की नजरों में फरार चल रहे हैं. सिर्फ फरार ही नहीं, बल्कि अदालती आदेश के मुताबिक तो विनय बिहारी की कुर्जी-जब्ती का आदेश भी हो चुका है. जिस भोजपुरी संगठन ने विनय बिहारी पर मुकदमा दर्ज किया है, उसके मुताबिक मंत्री न सिर्फ फरार हैं, बल्कि ऊपर अदालत में मामला खत्म करने की उनकी मांग पर अभी तक सुनवाई भी नहीं हुई है.
याचिकाकर्ता और भोजपुरिया सेना के अध्यक्ष प्रभात कुमार सिंह ने कहा, 'उस कैसेट में जितने भी गीत थे, उसके लेखक विनय बिहारी थे, जो आज मांझी सरकार के कला मंत्री के पद पर हैं. माननीय अदालत के द्वारा जमानती वारंट जारी किए जाने के बाद जब ये उपस्थित नहीं हुए, तो गैरजमानती वारंट जारी किया गया. उस पर जब हाजिर नहीं हुए, तो कुर्की जब्ती का आदेश आया. अब तक ये लोग कोर्ट में उपस्थित नहीं हुए और फरार चल रहे हैं'
गौरतलब है कि यह मामला 2008 का है, जब एक कैसेट में भोजपुरी गानों के अश्लील बोल को आधार बनाकर आरा जिले के भोजपुरी संगठन के अध्यक्ष और खुद पेशे से वकील प्रभात कुमार सिंह ने विनय बिहारी सहित कुल 13 लोगों पर मुकदमा दायर किया था. 2008 से 2012 तक सुनवाई चली और 2012 में विनय बिहारी को अदालत में हाजिर होने का निर्देश हुए. लेकिन जब विनय बिहारी अदालत में हाजिर नहीं हुए, तो उन पर पहले गैर जमानती वारंट और फिर गिरफ्तारी वारंट भी जारी हुआ.
हालांकि मंत्री विनय बिहारी को इस मामले की जानकारी है, पर उनके मुताबिक मामला 13 और लोगों पर भी चल रहा है, जिसका जबाब कैसेट कंपनी देगी.
विनय बिहारी ने कहा, 'यह देखा जाना चाहिए उस कैसेट में कौन-सा गाना अश्लील है और किसने कौन-सा गाना लिखा है.'
हालांकि मंत्री इस बात से इनकार कर रहे हैं कि उन पर कोई मामला है. पर उस संगठन ने मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ऐसे में यह देखना लाजिमी होगा कि सरकार की नजर में मामला आने के बाद क्या होता है.
नीतीश सरकार में एक मंत्री अवधेश सिंह को ऐसे ही एक वारंट की वजह से न सिर्फ मंत्री पद छोड़ना पड़ा था, बल्कि जेल भी जाना पड़ा था. ऐसे में अगर मंत्री विनय बिहारी को जल्द ही अदालत से राहत नहीं मिली, तो उनकी अपनी मुसीबत के साथ ये नई सरकार की किरकिरी भी साबित हो सकता है.