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नीतीश ने किया दुनिया का सबसे भव्य राम मंदिर बनाने का ऐलान

नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार, सियासत की नदी के दो किनारे. एक-दूसरे को पछाड़ने की होड़ रहती है दोनों में. मोदी ने पटेल की मूर्ति को दुनिया की सबसे ऊंची स्टैच्यू बनाने का एलान किया तो भला नीतीश कैसे पीछे रहते. नीतीश ने मोदी ही नहीं बल्कि बीजेपी के ऊपर भी वार किया. दुनिया का सबसे बड़ा राममंदिर बिहार के चंपारण में बनाने का ऐलान कर दिया.

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विराट रामायण मंदिर का मॉडल
विराट रामायण मंदिर का मॉडल

नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार, सियासत की नदी के दो किनारे. एक-दूसरे को पछाड़ने की होड़ रहती है दोनों में. मोदी ने पटेल की मूर्ति को दुनिया की सबसे ऊंची स्टैच्यू बनाने का एलान किया तो भला नीतीश कैसे पीछे रहते. नीतीश ने मोदी ही नहीं बल्कि बीजेपी के ऊपर भी वार किया. दुनिया का सबसे बड़ा राममंदिर बिहार के चंपारण में बनाने का ऐलान कर दिया. विराट रामायण मंदिर 2,800 फुट लंबा, 1,400 फुट चौड़ा और 410 फुट ऊंचा होगा. ये मंदिर कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर की तर्ज पर बनेगा लेकिन उससे कई गुना बड़ा. हालांकि इस मंदिर के बनने में अभी 10 साल लगेंगे और इस पर 500 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है.

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मौका विराट रामायण मंदिर का मॉडल दिखाने का था लेकिन सियासत करने से नीतीश नहीं चूके. नीतीश कुमार पटना के महावीर मंदिर में शंकराचार्य स्वरूपानंद के साथ मौजूद थे. यूं तो नीतीश कुमार भगवाधारियों से बचते हैं लेकिन मौका मोदी को जबाब देने का था, सो नीतीश कुमार कहां चूकने वाले थे. लिहाजा इस मौके पर राममंदिर मुद्दे पर पार्टी की लाइन साफ कर दी.

नीतीश ने रामायण मंदिर पर सफाई दी तो साथ मौजूद स्वामी स्वरूपानंद ने पटेल की मूर्ति के बहाने बीजेपी की हिंदुत्व की परिभाणा पर निशाना साधा.

पटेल की मूर्ति के लिए मोदी तो किसानों से लोहा मांग रहे हैं, लेकिन नीतीश ने यहां भी मोदी को पटखनी दी और मंदिर के निर्माण के लिए चंदा नहीं मांगा. यानी मंदिर तो एक बहाना है, असल बात तो सियासत के खेल में मोदी को नीचे गिराना है.

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