जन अधिकार पार्टी के मुखिया पप्पू यादव ने बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी के सांसद निधि से खरीदकर रखी गई तमाम एंबुलेंसों को जब से मीडिया के सामने सार्वजनिक किया, तब से जारी विवाद अब तक खत्म होता नजर नहीं आ रहा है. विपक्ष भारतीय जनता पार्टी पर इस मामले को लेकर हमलावर है. एंबुलेंस विवाद पर राजीव प्रताप रूडी ने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर मंगलवार को सफाई पेश की.
राजीव प्रताप रूडी ने कहा, 'मैं इस मुद्दे को टालना चाहता था लेकिन मेरे दोस्तों ने कहा कि मैं दूसरों का पक्ष रखता हूं, इसलिए अपना पक्ष न रखना गलत होगा. राजनीति में मेरे 30 साल पूरे हो गए हैं. कहीं कोई विषय मेरे जीवन भर के लिए टेम्प्लेट न बन जाये इसलिए मैं अपनी बात रखने आया हूं. मेरी किसी से व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है. उत्तेजना और भावनाओं में बहकर कुछ ओपिनियन बनाया गया. असत्य के बीच ऐसे कई सारे तथ्य रखे गए जो कोई सुनने के लिए तैयार नहीं था. इसलिए मैंने 8 दिन का समय दिया.'
उन्होंने पप्पू यादव की पड़ताल पर हमला किया और इशारा किया कि पप्पू यादव ने जो किया, उसका अधिकार नहीं था. उन्होंने पप्पू यादव पर तंज कसते हुए यह भी कहा कि अगर अपराधी किसी मंदरि में बैठ जाए तो उसे संत नहीं कहा जा सकता. उन्होंने पप्पू यादव पर दर्ज मुकदमों की संख्या भी सबके सामने सार्वजनिक की.
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'अपराधी मंदिर में बैठे तो नहीं होगा संत'
उन्होंने कहा, 'देश की सरकार और बिहार की सरकार ने एक पूर्व सांसद को कैसे ये अधिकार दिया कि वो बिहार के इंसपेक्टर या डीजीपी हो जाएं और हर जगह जाकर कमियां ढूंढे. अपराधी अगर किसी मंदिर में बैठ जाये तो संत नहीं हो जाता. पप्पू यादव पर 70 धाराओं में 31 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं लेकिन शायद लोग सब भूल चुके हैं. पूरी दुनिया में ऐसी आपराधिक पृष्ठभूमि वाला कोई नेता नहीं है. उन्होंने 17 मामले छिपाए हुए हैं. उन पर कुल 48 केस दर्ज हैं. उनके चुनावी हलफनामे में पन्ने खत्म हो गए हैं, साइन करते-करते लेकिन मेरे एफीडेविट में ये पन्ना खाली है.'
पप्पू यादव को घेरते हुए राजीव प्रताप रूडी ने कहा, 'मैं उनपर कुछ नहीं बोलना चाहता था. उन्होंने मुझपर ऐसा आरोप लगाया जो मैं स्वीकार नहीं कर सकता. धरती का कोई ऐसा आदमी नहीं बचा जिन्हें आपने अपमानित नहीं किया. आप संत हैं, बाकी सब अपराधी हैं. कभी किसी ने जवाब नहीं दिया, लेकिन किसी को तो जवाब देना पड़ेगा.
अजीत सरकार हत्याकांड की दिलाई याद
राजीव प्रताप रूडी ने कहा, 'अजीत सरकार हत्याकांड को लोग भूल चुके हैं. हाईकोर्ट से पप्पू यादव की रिहाई हुई लेकिन आज भी सुप्रीम कोर्ट में ये मामला चल रहा है. आज कम्युनिस्ट लोग इनका समर्थन कर रहे हैं. मैं कोई व्हिसल ब्लोअर या रॉबिनहुड नहीं हूं, बहुत भारी मन से ये बातें रख रहा हूं. आप बीमार हैं, इसलिए मेरी आपके साथ संवेदना है.'
'नहीं चलाता एंबुलेंस की एजेंसी'
बीजेपी सांसद ने कहा, 'मैं एंबुलेंस की कोई एजेंसी नहीं चलाता, लेकिन मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि पूरे भारत में .एंबुलेंस का सबसे संगठित और व्यवस्थित नेटवर्क कहीं है, तो वो मैंने संचालित किया है. कहा गया कि एंबुलेंस मेरे घर के पास खड़ी थी. यहां कहीं एंबुलेंस नहीं है. एंबुलेंस सामुदायिक केंद्र में रखी गई थी, जहां कोई दीवार भी नहीं है. ये जमीन सरकार के नाम पर निबंधित है. आरोप अपनी जगह लेकिन सच बोलना चाहिए. मैं 10 सालों से एंबुलेंस का काम कर रहा हूं. जिला एंबुलेंस संचालन समिति ये एंबुलेंस चलाती हैं. पंचायत में मुखिया चलाते हैं.'
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उन्होंने सफाई देते हुए कहा, 'मैंने उस दिन कहा कि ड्राइवर नहीं हैं, उसको मुद्दा बनाया, 40 ड्राइवर दिखाए. कोई ड्राइवर नहीं आया आज तक हमारे यहां, ये भी एक दिखावा था. मैंने डीएम को चिट्ठी लिखकर ड्राइवर उपलब्ध कराने को कहा था. जितनी एंबुलेंस खड़ी थीं उनका इंश्योरेंस खत्म होने वाला था, कुछ का फिटनेस इश्यू था, इसलिए वहां खड़ी की गई थीं.'
'छपरा में एंबुलेंस के लिए केंद्रीय कंट्रोल रूम'
उन्होंने कहा, 'छपरा में एंबुलेंस के लिए एक सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल रूम है. इसके लिए मुझे सरकार से पैसे नहीं मिलते, मैं ये शौक से करता हूं. ये कंट्रोल रूम 24 घंटे बिना अवकाश के चलता है. यहां सिर्फ एंबुलेंस का ही काम नहीं होता. कोरोना इन्फॉर्मेशन, इलेक्ट्रिसिटी से संबंधित शिकायतें, जमीन विवाद, ब्लॉक से शिकायतें और तमाम दूसरी शिकायतें मिलती हैं जो एसपी तक भेजी जाती हैं.'
'बीमारी में पप्पू यादव कर रहे लड़ाई'
राजीव प्रताप रूडी ने कहा, 'आज सारण जिले में भारत सरकार का 18,000 करोड़ रुपये का काम हो रहा है. पप्पू यादव बीमार हैं लेकिन आरा जाकर लड़ाई कर ली, छपरा आकर झगड़ा कर लिया. एनएमसीएच, पीएमसीएच भी चले गए. परिवार के लोगों को ध्यान देना चाहिए, ऐसे नहीं जाने देना चाहिए. कोरोना वार्ड में घूमकर घर जाकर परिवार और अपनी सिक्योरिटी को संक्रमण के खतरे में डाला, ये नहीं करना चाहिए था. आज आप इतने बीमार हैं कि डीएमसीएच चले गए. बोर्ड बैठाया गया कि इन्हें पटना जाना चाहिए लेकिन आपने पटना जाने से भी मना कर दिया.'
'बिहार को न करें कलंकित'
बीजेपी सांसद ने पप्पू यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि गलतियां सबसे होती हैं लेकिन झूठ नहीं बोलना चाहिए, पश्चाताप होना चाहिए. आपको मुझ पर जो आरोप लगाना है लगाइए लेकिन बिहार को कलंकित मत करिए. मेरे जीवन के अच्छे 8 दिन इस प्रकरण में खराब हुए. मैं बदनामी से नहीं डरता लेकिन उसके पीछे कोई आधार तो हो.
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