भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के वैशाली में रैली के दौरान बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि हम बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने नागरिकता कानून को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा, 'राहुल बाबा और लालू प्रसाद, आप CAA पर लोगों को गुमराह न करें. ममता बनर्जी भी लोगों को गुमराह कर रही हैं. मैं बताना चाहता हूं कि ये नागरिकता देने का कानून है, इससे किसी की नागरिकता नहीं जा सकती.'
बिहार में बीजेपी और जेडीयू के बीच अनबन की अफवाहों को दरकिनार करते हुए अमित शाह ने साफ कर दिया कि 2020 का बिहार विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा. इससे पहले एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान भी कह चुके हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव नीतीश के ही नेतृत्व ही लड़ा जाएगा.
बता दें कि बिहार के बीजेपी नेता नीतीश कुमार के नेतृत्व चुनाव लड़ने के लेकर सवाल उठाते रहे हैं. बीजेपी के नेता संजय पासवान ने कहा था कि बिहार के लोग एक बीजेपी नेता को बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं. उन्होंने दावा किया कि झारखंड वाली स्थिति बिहार में नहीं है. संजय पासवान ने नीतीश कुमार के 'थका चेहरा' बताया था. नीतीश कुमार का चेहरा अब पुराना हो गया है. बिहार के लोग अब थके नीतीश कुमार की जगह बीजेपी का मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं.
इस जेडीयू ने बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय पासवान के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि ऐसे बड़बोले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करे. जेडीयू के महासचिव के सी त्यागी ने कहा था कि बीजेपी नेतृत्व को ऐसे बयानों पर संज्ञान लेना चाहिए. उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि अमित शाह ऐसे बयानों पर संज्ञान लेंगे और आगे से इस तरह के बयान पर रोक लगाएंगे.