केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है. वारंट अश्विनी चौबे के बेटे समेत 9 लोगों के खिलाफ जारी किया गया है.
पुलिस की अपील पर भागलपुर कोर्ट ने अर्जित शाश्वत चौबे समेत 9 लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है. वहीं इस मामले पर पर डीआईजी ने कहा कि कानून अपना काम कर रहा है. जल्द ही नतीजा सामने होगा.
We take strict action in cases that are communal in nature. We have received warrant of arrest in one case and we are awaiting the same in the second case: SK Singh, ADG on arrest warrant released by court against Union minister Ashwini Choubey's son in Bhagalpur incident #Bihar pic.twitter.com/IlDLinWPYA
— ANI (@ANI) March 25, 2018
क्या है आरोप
अर्जित शाश्वत पर आरोप है कि उन्होंने प्रशासन की इजाजत के बिना पिछले रविवार को शोभा यात्रा निकाली और भड़काऊ भाषण दिए. इसकी वजह से भागलपुर के नाथनगर में सांप्रदायिक दंगा होते होते बचा. हांलाकि अर्जित की तरफ से कहा गया कि उन्होंने शोभा यात्रा निकालने की जानकारी प्रशासन को दी थी, लेकिन प्रशासन उस पर मौन रहा. प्रशासन ने इजाजत भी नहीं दी और न ही मना किया.
उधर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे भी अपने बेटे के बचाव में उतर आए हैं. चौबे से भागलपुर जिला प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है.
विपक्ष लागातर अर्जित की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है. पिछले हफ्ते दो दिनों तक इस मामले को लेकर विधानसभा में हंगामा होता रहा. प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर इस मामले में नरमी बरतने का आरोप लगाया था.
इस बीच शनिवार की शाम भागलपुर कोर्ट से अर्जित समेत 9 लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद पुलिस उनकी तलाश कर रही है. इस मामले में पुलिस ने 500 अज्ञात लोगों पर भी मामला दर्ज किया है. भागलपुर के डीआईजी विकास वैभव ने कहा कि अर्जित को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा और कानून अपना काम करेगा.
वहीं रामनवमी के ठीक पहले भागलपुर में सांप्रदायिक तनाव ने जिला प्रशासन के साथ-साथ राज्य सरकार के होश उड़ा दिए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बार बार अपील कर रहे हैं कि रामनवमी आपसी सद्भाव का त्योहार है और लोगों को तनाव फैलाने वाले तत्वों से बचकर रहना चाहिए.