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नीतीश से मुलाकात के बाद असम गण परिषद ने NDA से गठबंधन तोड़ने की दी धमकी

के.सी त्यागी ने कहा कि जदयू असम गण परिषद के असम नागरिकता संशोधन विधेयक 2016 के विरोध का समर्थन करती है.

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असम गण परिषद का प्रतिनिधिमंडल (फोटो-रोहित कुमार सिंह)
असम गण परिषद का प्रतिनिधिमंडल (फोटो-रोहित कुमार सिंह)

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असम के पूर्व मुख्यमंत्री प्रफुल्ल महंत के नेतृत्व में असम गण परिषद (एजीपी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके आवास पर मुलाकात की. प्रफुल्ल महंत ने असम नागरिकता संशोधन विधेयक 2016 के मुद्दे पर जदयू के रुख का समर्थन करने को लेकर धन्यवाद दिया.

नीतीश से मुलाकात करने वालों में प्रफुल्ल महंत समेत असम गण परिषद के अध्यक्ष और कृषि मंत्री अतुल बोरा, कार्यकारी अध्यक्ष और जल संसाधन मंत्री वीरेंद्र प्रसाद वैश्य, खाद्य मंत्री फनी भूषण चौधरी, विधायक वृंदावन गोस्वामी, रमेंद्र नारायण कलिता और डॉ. कमल कांत शामिल थे.

जदयू के महासचिव केसी त्यागी भी इस बैठक में मौजूद थे. बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए के.सी त्यागी ने कहा कि जदयू असम गण परिषद के असम नागरिकता संशोधन विधेयक 2016 के विरोध का समर्थन करती है.

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नीतीश से मुलाकात और असम नागरिकता संशोधन विधेयक 2016 पर जदयू का समर्थन प्राप्त करने के बाद असम गण परिषद के अध्यक्ष अतुल बोरा ने धमकी दी कि अगर केंद्र सरकार ने संसद में असम नागरिकता संशोधन विधेयक 2016 को पास करने की कोशिश की तो वह असम में सरकार से समर्थन वापस ले लेगी.

अतुल बोरा ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार अगर इस विधेयक को पास करने की कोशिश करेगी तो असम में उनकी पार्टी असम गण परिषद भाजपा से गठबंधन तोड़ लेगी. अतुल बोरा ने यह भी कहा कि उन्होंने नीतीश कुमार को जल्द गुवाहाटी आने का निमंत्रण दिया है जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया है.

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