बिहार सरकार में वन एवं पर्यावरण विभाग के मंत्री तेज प्रताप यादव ने सोमवार को पटना में करीब आधा दर्जन पार्कों के जीर्णोद्धार के बाद नए सिरे से लोकार्पण किया. मगर, वो कंकड़बाग में कोकोनट पार्क का लोकार्पण नहीं कर पाए. इस मामले में सियासी बहसबाजी शुरू हो गई है.
दरअसल, बीजेपी का आरोप है कि तेज प्रताप यादव ने कंकड़बाग में स्थित अटल बिहारी वाजपेयी पार्क का नाम बदलकर कोकोनट पार्क कर दिया है. इसको लेकर विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ गया कि तेज प्रताप यादव इस 'कोकोनट पार्क' का लोकार्पण नहीं कर सके. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पूरे विवाद में हस्तक्षेप किया. इसके बाद 'कोकोनट पार्क' लोकार्पण के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया.
'तेज प्रताप यादव ने रखा अपना पक्ष'
अब इस पूरे विवाद को लेकर तेज प्रताप यादव ने अपना पक्ष रखा है. उन्होंने दावा किया है कि सरकारी दस्तावेजों में भी कंकड़बाग स्थित इस पार्क का नाम पहले से ही कोकोनट पार्क है. इसका नाम उनके द्वारा नहीं बदला गया है.
'वन एवं पर्यावरण विभाग ने कही ये बात'
मामले में वन एवं पर्यावरण विभाग की तरफ से भी स्पष्टीकरण दिया गया है. कहा गया है कि इस पार्क में स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा एक निजी संस्था द्वारा बिना सरकारी आदेश के बनाई गई थी. विभाग की तरफ से बताया गया है कि 16 नवंबर 2022 को कोकोनट पार्क जो एक निजी पार्क था. उसको विधिवत वन एवं पर्यावरण विभाग को हस्तांतरित कर दिया गया था. हस्तांतरण के समय भी इस पार्क का नाम कोकोनट पार्क ही था.
बीजेपी प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा, 2018 में इस पार्क का नाम कोकोनट पार्क से बदलकर अटल बिहारी पार्क कर दिया गया था. मगर तेज प्रताप यादव एक बार फिर से इसका नाम कोकोनट पार्क कर दिया है.