बिहार की सत्ता में साझीदार राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. आयकर विभाग ने अब दिल्ली में स्थित उनकी कथित 'बेनामी संपत्तियां' कुर्क करने का आदेश दिया है. इन संपत्तियों की कीमत 50 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जा रही है.
सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग ने इन कथित बेनामी संपत्तियों का केस देख रही इकाई की जांच के बाद यह कदम उठाया है. इसके साथ ही विभाग ने बेनामी संपत्ति रोकथाम कानून के तहत बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनके भाई-बहनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.
लालू यादव के खिलाफ जांच तेज करते हुए आयकर विभाग ने इस मामले में दिल्ली और गुरुग्राम में 22 जगहों पर हाल ही में छापेमारी की थी. इन छापों के बाद आयकर विभाग की एक अलग इकाई इन संदिग्ध बेनामी संपत्तियों की जांच कर रही है. इन संपत्तियों की कीमत करीब 1000 करोड़ बताई जा रही है.
इस बीच बिहार बीजेपी के नेता सुशील मोदी का लालू यादव के परिवार पर प्रहार जारी है. इस बार उन्होंने आरजेडी सुप्रीमो की पांचवीं बेटी बेमा पर जमीन सौदे में अनुचित ढंग से लाभ प्राप्ती का आरोप लगाया है.
सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि हेमा यादव को पटना के राजेंद्रनगर स्थित रेलवे के कोचिंग कॉम्पलैक्स में काम करने वाले खलासी हृदयानंद चौधरी ने 62 लाख रुपये की 7.75 डेसीमिल जमीन गिफ्त की थी. एक खलासी का यूं इतनी बड़ी गिफ्ट देना संदेह पैदा करता है.